पटना: बिहार में विशेष भूमि सर्वेक्षण के लिए अमीन की बहाली में बड़ी धांधली सामने आई है. बताया जा रहा है कि फर्जी सर्टिफिकेट पर अमीनों की बहाली की गई. राजस्व और भूमि सुधार विभाग ने सर्वे कार्य में तेजी लाने के लिए संविदा के आधार पर अमीन और कानूनगो की बहाली की थी. जब गलत सर्टिफिकेट की बात सामने आई, तब सभी अमीन और दूसरे पदधारकों के सर्टिफिकेट की जांच का आदेश दिया गया है. जांच के बाद अब गड़बड़ी सामने आई है.


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बर्खास्त करने पर दिए गए त्यागपत्र
बताया जाता है कि फर्जी सर्टिफिकेट पाए गए लोगों को बर्खास्त किया गया तो कई ने त्यागपत्र दे दिए. कई लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. विभाग के सूत्रों का कहना है कि अमीन बहाल कई लोगों ने ऐसे संस्थानों से सिविल इंजिनियरिंग में डिप्लोमा के प्रमाणपत्र लाकर दे दिए, जहां पढ़ाई ही नहीं होती.


बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा फर्जी प्रमाण पत्र बुंदेलखंड विश्वविद्यालय (Bundelkhand University) और मेघालय विश्वविद्यालय (Meghalaya University) से बनाए गए हैं. 


200 मामलों में फर्जीवाड़ा आया सामने
करीब 200 मामलों में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. अधिकारी बताते हैं कि अभी जांच चल रही है. अधिकारी हालांकि यह कहते हैं कि अमीन के कार्य से बाहर हो जाने की वजह से सर्वे का कार्य प्रभावित हुआ है.


(आईएएनएस)