पटना : पहाड़ से आती बर्फीली हवा और साथ ही पछुआ हवा ने बिहार का तापमान न्यूनतम कर रखा है. पिछले कुछ दिनों में बिहार की ठंड कहर भरपा रही है. इधर, ठंड से मौत का सिलसिला भी तेज हो गया है. गोपालगंज में ठंड के जानलेवा बनने से अब तक दो शिक्षिका समेत 11 लोगों की मौत हो चुकी है. बता दें कि यह आंकड़े सिर्फ मॉडल सदर अस्पताल के हैं निजी अस्पतालों  की संख्या जोड़ दी जाए तो सात लोगों की मौत हो चुकी है.


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बिहार में ठंड बन रही मौत का कारण
मृतक शिक्षिका आशा कुमारी के पति अनिल सिंह ने बताया कि कपूर गांव के प्राथमिक विद्यालय रामपुर में कार्यरत थीं. वो बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल गई थी. सर्दी से उनकी तबीयत खराब हो गई. तबीयत बिगड़ने के बाद उनको गोरखपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया. शनिवार की अहले सुबह उनकी मौत हो गई. आशा की मौत के बाद घर में मातम पसरा हुआ है. परिवार के सदस्यों को रो-रोकर बुरा हाल है. 


इन जिलों में हो चुकी है ठंड से मौत
बता दें कि बेगूसराय में कड़ाके की ठंड से रेलवे स्टेशन पर एक यात्री की मौत हो गई. यात्री रेलवे स्टेशन पर अचानक गिर गया, वहीं औरंगाबाद में भी दो लोगों की भी ठंड यसे मौत हो गई. साथ ही इनके अलावा नवादा में 12 वर्षीय किशोर की ठंड लगने से मौत हो गई. पिछले कुछ दिनों से जिले में मौत का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. 


शनिवार और रविवार में रही सबसे ज्यादा ठंड
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बिहार में ठंड लगातार बढ़ रही है. शनिवार का अधिकतम तापमान औसत से सात डिग्री कम रहा है. सीवियर कोल्ड-डे को लेकर मौसम विभाग के मानक पर खरा उतर रहा है. दिन का अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड रहा . वहीं न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री रहा है.


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