Patna: बिहार के भागलपुर निवासी युवा वैज्ञानिक गोपालजी के कार्यों की गूंज आज पूरे विश्व में हो रही है. युवा वैज्ञानिक को अभी हाल ही में सांस्कृतिक मंत्रालय (Ministry of Culture) ने देश के 40 यूथ आइकॉन में शामिल किया है. इस बीच, गोपालजी ने ज़ी बिहार-झारखंड से विशेष बातचीत में 40 यूथ आइकॉन में शामिल होने पर खुशी जाहिर की और केंद्र सरकार का आभार जताया.


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40 यूथ आइकॉन में किया गया है शामिल
गोपालजी ने बताया कि वो वर्तमान समय में 'मौका' प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, ये इवेंट सांस्कृतिक मंत्रालय का हैं, जिसका आयोजन 75वें स्वतंत्रता दिवस (75th Independence Day) के अवसर पर होगा. इस प्रोजेक्ट में जरिए एक थीम सॉन्ग बनाया जा रहा, जो कि 9 अगस्त को लॉन्च किया जाएगा. इसमें पूरे भारत के 40 वैज्ञानिकों को शामिल किया गया है, जो विज्ञान के क्षेत्र में भारत का नाम विश्व पटल पर रौशन कर रहे हैं.



'H2' प्रोजेक्ट पर कर रहें हैं काम
उन्होंने बताया कि वो इस प्रोजेक्ट के जरिए विज्ञान के बारे में देश के युवाओं को बताएंगे ताकि वो साइंस के बारे में जानकर भारत का नाम विश्व जगत के पटल में रौशन कर सकें. इसके साथ ही, गोपालजी ने बताया कि वो प्रोजेक्ट 'H2' पर भी काम कर रहे हैं. इस प्रोजेक्ट के जरिए वो युवाओं की मदद करेंगे ताकि उन्हें उन कठिनाईयों का सामना ना करना पड़े, जिसका उन्हें (गोपालजी) करना पड़ा था.


स्कूलों से तराशें जा रहे हैं युवा छात्र
गोपालजी का कहना है कि 'मानव नवाचार कभी नष्ट नहीं होता' (Human Innovation Never Destroy), चाहे समय कितना भी बदल जाए. उन्होंने बताया कि उनकी संस्था देशभर के स्कूलों में जाती है और वहां से चुनिंदों बच्चों को चुनकर तैयार करती है. इस दौरान उनकी संस्था युवाओं को जागरूक करने के साथ, प्रैक्टिकल ट्रैनिंन देने के अलावा विभिन्न स्कॉलरशिप के बारे में भी बताती है. 



प्रतिवर्ष 100 युवा वैज्ञानिक तैयार करना लक्ष्य
उनका कहना है कि उनकी संस्था प्रतिवर्ष 100 युवा वैज्ञानिकों की फौज तैयार करना चाहती हैं, जो विज्ञान के क्षेत्र में भारत का नाम रौशन कर सकें. गोपालजी ने कहा, 'हम हर वर्ष 100 युवा वैज्ञानिकों को तैयार करना चाहते हैं, जो भारत को विज्ञान के क्षेत्र में विश्व पटल पर आगे ले जाएं.' उन्होंने कहा, 'हम पीएम मोदी (PM Narendra Modi) के भारत को विश्व गुरू बनाने के सपने में भी साकर करने में अहम भूमिका निभाना चाहते हैं. इसके लिए हम युवा शक्ति की फौज विज्ञान के क्षेत्र में खड़ा कर रहे हैं.'


निशुल्क रूप से कर रहे काम
गोपालजी ने बताया कि उनकी टीम में कुल 15 से 20 लोग काम करते हैं जो निशुल्क रूप में इस कार्य में योगदान दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनकी संस्था युवाओं की मुफ्त रुप से मदद कर रही है और आने वाले समय में वो इस प्रोजेक्ट को और बड़े स्तर पर ले जाना चाहते हैं. 



कलाम से न मिल पाने का मलाल
गोपालजी भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) से काफी प्रभावित हैं और उन्हें काका कलाम से न मिल पाने का मलाल है. वो कहते हैं कि पूर्व राष्ट्रपति 'पीपुल फ्रेंडली' थे और हमेशा लोगों को अपने सपने पूरा करने के लिए प्रेरित करते थे और यही बात उनकी सबसे खास थी. इसके साथ ही गोपालजी ने पीएम मोदी का भी आभार जताया. उन्होंने कहा कि जब मेरी पीएम मोदी (2017) से मुलाकात हुई थी, तो उन्होंने मुझे इस काम को करने के लिए प्रेरित किया और जो भी मदद थी वो मुहैया कराई.