पटना: Shikshak Niyojan: बिहार में सातवें दौर का शिक्षक नियोजन अगले महीने से शुरू होने जा रहा है, लेकिन इससे पहले शिक्षा विभाग ने अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी है. सातवें दौर के शिक्षक नियोजन में आवेदन लेने की प्रक्रिया पूरी तरह केंद्रीयकृत होगी. इसका अर्थ ये हुआ कि अब अभ्यर्थियों को आवेदन देने के लिए नियोजन इकाईयों को चक्कर नहीं लगाना होगा.


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ऑनलाइन होगी आवेदन की प्रक्रिया
अभ्यर्थी जिन जिलों की नियोजन इकाइयों के लिए आवेदन भरना चाहेंगे उन्हें ऑनलाइन ही आवेदन देने की सुविधा मिलेगी. शिक्षा विभाग केंद्रीयकृत आवेदन प्रणाली पर गंभीरता से विचार कर रहा है और जल्द ही इस पर फैसला हो जाएगा.


STET अभ्यर्थियों का खत्म होगा इंतजार
दरअसल, एसटीइटी 2019  (STET 2019) के सफल अभ्यर्थियों का इंतजार अब खत्म होने वाला है. क्लास नौ से लेकर क्लास बारह तक के विद्यालयों में शिक्षकों के नियोजन के लिए आवेदन लेने की प्रक्रिया अगस्त में शुरू होने जा रही है, लेकिन इससे पहले शिक्षा विभाग ने कैंडिडेट की सुविधा के लिए अहम फैसला लिया है.


डाक से भेजना होता था आवेदन
खुद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की है. दरअसल बिहार में अब तक शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया केंद्रीयकृत यानि सेंट्रलाइज्ड नहीं होती थी. अभ्यर्थियों को आवेदन देने के लिए या तो खुद नियोजन इकाइयों में जाना होता था या फिर उन्हें डाक के जरिए आवेदन भेजना होता था.


STET अभ्यर्थियों में खुशी की लहर
इस बार व्यवस्था में तब्दीली की जा रही है. एसटीइटी अभ्यर्थी शिक्षा विभाग के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं. वहीं सातवें दौर के नियोजन से होने वाली बहाली से माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी भी दूर हो जाएगी.


STET अभ्यर्थियों की समस्या का निकला हल
दरअसल, बिहार में अब तक छह दौर का शिक्षक नियोजन हो चुका है. लेकिन आवेदन देने की प्रक्रिया काफी लंबी और उबाऊ रही है. सेंट्रलाइज्ड आवेदन की सुविधा नहीं होने से अभ्यर्थियों को नियोजन इकाईयों का चक्कर लगाना होता था. लेकिन अब ये दिक्कत दूर हो जाएगी.


सेंट्रलाइज्ड हो आवेदन प्रक्रिया
शिक्षा विभाग सेंट्रलाइज्ड आवेदन लेने की दिशा में काम कर रहा है और जल्द ही इस पर अंतिम फैसला हो जाएगा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह के मुताबिक विभाग की सोच ये है कि काउंसिलिंग भले ही नियोजन इकाई से हो लेकिन आवेदन लेने की प्रक्रिया सेंट्रलाइज्ड हो. 


दरअसल, जिस केंद्रीयकृत बहाली की हम बात कर रहे हैं वो क्या है इसे ऐसे समझते हैं-


1-बिहार में अब तक पांच दौर का शिक्षक नियोजन हो चुका है और अभी छठे दौर का नियोजन आखिरी चरण में है.


2-अब तक अभ्यर्थियों को आवेदन देने के लिए एक जिले से दूसरे जिलों की नियोजन इकाई का चक्कर लगाना होता था


3-दूसरे शब्दों में कहें तो अगर चंपारण का कोई अभ्यर्थी बांका की नियोजन इकाई के लिए फॉर्म अप्लाई करना चाहता है तो उसे चंपारण से 250 किलोमीटर की दूरी तय कर बांका जाना होता था.


4-ये दिक्कत इसलिए होती थी क्योंकि अभ्यर्थियों के सामने सेंट्रलाइज्ड एप्लिकेशन की सुविधा नहीं थी.


5-लिहाजा इससे अभ्यर्थियों को काफी परेशानी होती थी. इससे आवेदन लेने का समय लंबा खींचता था.


6-अब सेंट्रलाइज्ड एप्लिकेशन की सुविधा से अभ्यर्थी अपनी सुविधा के अनुसार मोबाइल या डेक्सटॉप से भी किसी भी नियोजन इकाई के लिए आवेदन दे सकेंगे.


7-विभाग सेंट्रलाइज्ड आवेदन की दिशा में काम कर रहा है और इस पर जल्द ही आखिरी फैसला लिया जाएगा.


8-सातवें दौर में शिक्षक नियोजन में क्लास नौ से लेकर क्लास बारह तक के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर की जाएगी.


9-अपर मुख्य सचिव के मुताबिक, आवेदन लेने की प्रक्रिया सेंट्रलाइज्ड होगी. हालांकि कांउसिलिंग के लिए अभ्यर्थियों को नियोजन इकाई जाना होगा.


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