Patna: बिहार में विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर को को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ शिकायतें की गई हैं. बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन में राज्यपाल से मिला. 


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रुक गई है राज्य की प्रगति


पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा हस्ताक्षरित दो पन्नों के ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि पिछले साल ‘महागठबंधन’ की सरकार बनने के बाद प्रगति रुक गई है और कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई दलों के ‘महागठबंधन’ में शामिल होने से पहले, भाजपा से नाता तोड़ लिया था जिसके बाद से भगवा पार्टी सत्ता से बाहर है. 


 




भाजपा द्वारा राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में राज्य में सरकार की कई कथित विफलताओं पर प्रकाश डाला गया है जिसमे दरभंगा में प्रस्तावित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का विषय भी शामिल है. दरभंगा एम्स को लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और केंद्र के बीच वाकयुद्ध जारी है. 


 


ज्ञापन में परियोजनाओं में देरी के लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया है और राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की गई है. ज्ञापन के माध्यम से कई मांग की गई है जिनमें पिछले महीने यहां एक जुलूस के दौरान एक भाजपा कार्यकर्ता की मौत के मामले में दोषी लोगों को सजा देना भी शामिल है. भाजपा आरोप लगा रही है कि पार्टी कार्यकर्ता की मौत लाठीचार्ज में लगी चोटों के कारण हुई. हालांकि, प्रशासन का कहना है कि शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला और मौत हृदय गति रुकने की वजह से हुई.


(इनपुट: भाषा)