पटना: बिहार में नीतीश कुमार 8.0 को आज पहला कैबिनेट विस्तार हो गया है. इस विस्तार में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार मांझी को भी जगह मिली है. संतोष कुमार मांझी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. मांझी इससे पहले भी मंत्री रह चुके हैं.


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जीतन राम मांझी के बेटे
संतोष कुमार मांझी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे हैं. मौजूदा समय में संतोष कुमार मांझी बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. एनडीए सरकार में उन्हें लघु सिंचाई संसाधन विकास एवं वैज्ञानिक/अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया है.  


बिहार में जाति की सियासत
दरअसल, बिहार की सियासत में जाति का राजनीति हमेशा से हावी रही है. ऐसे में मांझी को मंत्री बनाकर अनुसूचित जाति को साधने की कोशिश की गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिहार में 15 फीसदी से अधिक अनुसूचित जाति की आबादी है. जदयू और राजद दोनों की निगाह इस वोटबैंक पर हैं. 


विरासत में मिली सियासत
संतोष कुमार मांझी के सियासी सफर की बात करें तो मांझी को सियासत विरासत में मिली है. उनके पिता जीतन राम मांझी (77) करीब 4 दशक से सियासत में सक्रिय है. जीतन राम मांझी बिहार विधानसभा, विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं. मांझी प्रदेश सरकार में कई बार मंत्री भी रह चुके हैं. इसके अलावा 20 मई 2014 से 20 फरवरी 2015 तक बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. 


HAM के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं संतोष मांझी
वहीं, उनके बेटे संतोष कुमार मांझी की बात करें तो वो 2018 में पहली बार एमएलसी बनाए गए थे. 45 वर्षीय मांझी मगध यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर चुके हैं. इसी साल उन्हें हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था. 10 फरवरी 1975 को बिहार के गया में जन्में संतोष कुमार मांझी जीतन राम मांझी के बड़े बेटे हैं.


गौरतलब है कि एनडीए से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने महागठबंधन से हाथ मिला लिया था. जिसके बाद 10 अगस्त को राज्य में 8वीं बार नीतीश कुमार ने सीएम और तेजस्वी यादव ने दूसरी बार डिप्टी सीएम की शपथ ली थी.


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