Patna: जातिगत जनगणना को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अपनी पार्टी का सबसे बड़ा एजेंडा बना लिया है. नेता प्रतिपक्ष ने जहां इस मुद्दे पर देशभर के राजनीतिक दलों को इकट्ठा करने का फैसला किया है. वहीं, जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने विपक्ष के हमले पर कहा कि जातीय जनगणना (Caste Census) को लेकर प्रधानमंत्री के पास से जो निर्णय आएगा, हमलोग उसी का पालन करेंगे. 


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इसके साथ ही जदयू नेता ने कहा कि वह पीएम नरेंद्र मोदी के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हर 10 साल पर जनगणना होती है और 2011 के बाद 2021 में जनगणना होना है. जातीय जनगणना कराने की बात है तो उसमें लेट जैसा कुछ नहीं है और जब जनगणना होगा तो उसमें एक कॉलम जाति का जोड़ दिया जाएगा.


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इसके बाद जाति जनगणना के मामले में विपक्षी दल आरजेडी के आरोपों पर निशाना साधते हुए कुशवाहा ने कहा कि राजद नेता को लेकर कोर्ट में जो मामले हैं उसे निपटा लें उसके बाद राजनीति की बात करें. उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यालय विस्तार कोई मुद्दा नहीं है इसके लिए जो नियम है उस नियम के अनुकूल दल अपना आवेदन देंगे और जो भी कार्रवाई होगी विभाग अपने अनुसार करेगा.


कुशवाहा ने साफ किया कि इस मामले में कोई राजनीति नहीं हो रही है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा महंगाई अभी के समय में ज्वलंत मुद्दा है. सरकार को इस मुद्दे पर सही समय पर फैसला लेना चाहिए. 



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