पटना : हर साल बिहार में बाढ़ से करोड़ों-अरबों रुपये की संपत्ति को नुकसान होता है और इसके साथ ही भारी जान-माल की हानि भी होती है. मानसून के दौरान नेपाल से आने वाला पानी बिहार में तबाही मचाता है. इस गंभीर समस्या को लेकर केंद्र सरकार भी चिंतित है. अब केंद्र ने इस समस्या के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. केंद्र ने बाढ़ की समस्या के समाधान के लिए एक तकनीकी समिति का गठन किया है. केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने गुरुवार को एक्स पर इस बारे में जानकारी दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी कहा.



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जानकारी के लिए बता दें कि ललन सिंह ने एक्स पर लिखा कि केंद्र की एनडीए सरकार ने बिहार की बाढ़ की समस्याओं को हल करने के लिए एक तकनीकी समिति बनाई है. यह समिति डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करेगी और बाढ़ की समस्याओं के समाधान के लिए काम करेगी. इसके साथ ही यह समिति बिहार को बाढ़ की विभीषिका से राहत दिलाने में मदद करेगी. ललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिहारवासियों की ओर से धन्यवाद कहा और उनकी सराहना की.


साथ ही केंद्र सरकार ने अपने बजट में बिहार के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की थी, जिसमें बाढ़ की समस्या के लिए भी विशेष पैकेज शामिल था. अब बाढ़ की समस्या को प्राथमिकता देते हुए, केंद्र ने तकनीकी समिति का गठन किया है. इस समिति में 11 सदस्य हैं, जिनमें ज्यादातर इंजीनियर शामिल हैं. ये इंजीनियर बाढ़ की समस्याओं के समाधान के लिए विशेष रणनीतियों पर काम करेंगे और बिहार को बाढ़ की समस्याओं से निजात दिलाने का प्रयास करेंगे.


केंद्र की यह पहल बिहार में बाढ़ की समस्या को प्रभावी ढंग से सुलझाने में मददगार साबित हो सकती है. इससे पहले बाढ़ के स्थायी समाधान के लिए कोई ठोस योजना नहीं थी, लेकिन अब तकनीकी समिति के गठन से उम्मीद है कि बिहार में बाढ़ की समस्याओं को बेहतर ढंग से हल किया जा सकेगा.


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