नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार के नहीं शामिल होने पर उठे सवाल
Niti Aayog Meeting: बिहार में बीजेपी-जदयू के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. दोनों दलों के नेता लगातार एक-दूसरे पर निशाना साधने में लगे हैं.
पटना: Niti Aayog Meeting: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को नीति आयोग की संचालन परिषद की सातवीं महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं हुए. दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसके लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया था.
सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के बैठक में शामिल न होने के पीछे उनका खराब स्वस्थ्य है. वह हाल ही में कोविड संक्रमण से उबरे हैं. बीजेपी और जदयू के बीच की खाई बढ़ती जा रही है. सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार बिहार के 200 विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी के प्रवास कार्यक्रम से खुश नहीं हैं.
सूत्रों का कहना है कि भाजपा यह संदेश देना चाहती है कि वह आगामी चुनाव में सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसके जवाब में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भी कहा कि उनकी पार्टी भी 243 सीटों के लिए तैयारी कर रही है.
बता दें, नीति आयोग ने राज्य विशेष के विकास कार्यों का मूल्यांकन किया था. जिस पर पिछले दिनों नीतीश कुमार ने सवाल उठाए थे. नीति आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बिहार को देश के विकास सूचकांक में सबसे निचले पायदान पर रखा था. यह आयोग की बैठक में शामिल न होने का एक और कारण हो सकता है.
जानकारी के अनुसार, यह बैठक जुलाई 2019 के बाद से गवर्निग काउंसिल की पहली व्यक्तिगत बैठक है. नीति आयोग के शीर्ष निकाय परिषद में सभी मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के लेफ्टिनेंट गवर्नर और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं. प्रधानमंत्री नीति आयोग के अध्यक्ष हैं.
बैठक के एजेंडे में फसल विविधीकरण और तिलहन और दलहन और कृषि-समुदायों, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-स्कूली शिक्षा का कार्यान्वयन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-उच्च शिक्षा का कार्यान्वयन और शहरी शासन में आत्मनिर्भरता हासिल करना शामिल है.
(आईएएनएस)