Bihar Teacher: बिहार शिक्षा विभाग के एक फैसले से दशकों से काम कर रहे नियोजित शिक्षकों बड़ा झटका दे दिया. शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) ने एक नया आदेश जारी किया है. इस आदेश के अनुसार, नियोजित शिक्षकों को नवनियुक्ति बीपीएससी टीचर्स से जूनियर शिक्षक बना दिया गया है. अब नियोजित शिक्षकों को बीपीएससी से नए नियुक्त शिक्षकों के अधीन काम करना पड़ेगा. इस वजह से नियोजित शिक्षक परेशान हो गए हैं.


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दरअसल, बिहार शिक्षा सचिव सह माध्यमिक शिक्षा निदेशक बैद्यनाथ यादव ने 4 सितंबर, 2024 दिन बुधवार को राज्य के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को एक पत्र लिखा. पत्र में उन्होंने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्रभारी प्रधानाध्यापक नियुक्त करने के बारे में दिशानिर्देश दिया. जारी पत्र के अनुसार, दशकों से काम कर रहे नियोजित शिक्षक बीपीएससी से एक साल पहले नियुक्त शिक्षकों से जूनियर हो जाएंगे.


शिक्षा विभाग पत्र में बताया है कि किन शिक्षकों को प्रभारी प्रधानाध्यापक नियुक्त करना है. ध्यान रहे कि राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में स्थायी हेडमास्टर के पद पर नियुक्ति नहीं होने की वजह से कई स्कूल प्रभारी प्रधानाध्यापक के सहारे ही चला रहे हैं. पत्र में साफतौर पर कहा गया है कि यदि किसी स्कूल में स्थाई हेडमास्टर नहीं है, वहां हेडमास्टर का प्रभार पुराने सैलरी वाले टीचर देना होगा. 


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इस (Bihar Education Department) पत्र की सबसे खास बात ये है कि नियोजित शिक्षकों को हेडमास्टर का प्रभार नहीं सौंपना है. बीपीएससी से नियुक्त शिक्षक पदस्थापित हैं तब उन्हें ही प्रभारी हेडमास्टर बनाया जायेगा. अब शिक्षा विभाग के इस आदेश के बाद प्रभारी हेडमास्टर का काम देख रहे नियोजित शिक्षक को पद से मुक्त कर दिया जायेगा.


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