KK Pathak News: बिहार में शिक्षा विभाग के नए अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ भी अब पूर्व एसीएस केके पाठक के नक्शे-कदम पर चलते दिखाई दे रहे हैं. प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए केके पाठक ने जो पॉलिशी बनाई थी, एस सिद्धार्थ उसे और आगे बढ़ाते नजर आ रहे हैं. जानकारी के अनुसार, विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति पर पहले की तरह ही जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी और लापरवाही बरतने वाले टीचरों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा अगर पाठ्यक्रम के आधार पर बच्चों की पढ़ाई पूरी नहीं हुई तो अतिरिक्त कक्षाओं का संचालन करके पाठ्यक्रम पूरा कराया जाएगा. वहीं पढ़ाने में असक्षम शिक्षकों की ट्रेनिंग कराई जाएगी.


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शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ की ओर से सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है. इसके लिए प्रधानाध्यापकों द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रस्ताव दिए जाएंगे. नए आदेश में टीचरों की छुट्टी को लेकर भी सख्त नियम बनाए गए हैं. आदेश में कहा गया है कि छुट्टी लेने के लिए शिक्षक को कारण बताना जरूरी होगा. औपचारिक रूप से अनुमति लेने के बाद ही छुट्टी मिल सकेगी. बिना पूर्व छुट्टी लिए स्कूल से गैरहाजिर शिक्षक पर कार्रवाई की जाएगी. 


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इसके अलावा कहा गया है कि अगर कोई शिक्षक सही से नहीं पढ़ा पा रहा है तो उसे ट्रेनिंग दी जाएगी. आदेश के अनुसार, ऐ,परिस्थिति में प्रधानाध्यापक का यह दायित्व होगा कि ऐसे शिक्षकों को चिह्नित करते हुए उनके विशेष प्रशिक्षण का प्रस्ताव जिला शिक्षा पदाधिकारी को देंगे.