Bihar News: बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की तरफ से कदम उठाए जा रहे हैं. उनके द्वारा उठाए गए कदम राजनीति की सुर्खियों में भी रह रहे हैं. वहीं उनके कई कदमों पर विवाद भी गहराता रहता है. इस सब के बीच केके पाठक को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी और सबसे 'पावरफुल' अधिकारी का साथ मिल गया है. 


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बता दें कि केके पाठक के बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी का साथ मिला है. इनके द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि बिहार के शिक्षकों को अन्य किसी भी कार्य में नहीं लगाया जाए. बिहार में हाल ही में बीपीएसी द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी. जिसके बाद अब इस परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र सत्यापन के साथ ओएमआर शीट भी स्कैनिंग का काम चल रहा है. 


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इस काम के लिए स्कूल के शिक्षकों को लगाया गया है. इस आदेश के बाद अब इस कार्य में शिक्षकों को नहीं लगाया जाएगा. इसको लेकर बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने पत्र जारी कर सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित कर दिया है. बता दें कि शिक्षकों को इस कार्य में लगाए जाने को लेकर केके पाठक पहले ही अपनी नाराजगी जता चुके हैं. 


बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने अपने पत्र में साफ कहा है कि शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों, कर्मियों और शिक्षकों को छोड़कर जिले के किसी भी विभाग के अधिकारी या कर्मियों से यह काम करवाया जाए. इसके लिए जिलाधिकारी को अलग से संशोधित आदेश जारी करने को भी कहा गया है. 


इससे पहले केके पाठक ने आदेश दिया था कि शिक्षा विभाग के अधिकारी और शिक्षक बीपीएससी के लिए दस्तावेजों का सत्यापान किसी भी हालत में नहीं करेंगे.