पटनाः Ramcharit Manas Row: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर रामचरित मानस को लेकर लगातार विवादित बयान दे रहे हैं. बीते दिनों उन्होंने नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय में रामचरित मानस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी और उसे समाज को बांटने वाला ग्रंथ बताया था. मंगलवार को एक बार फिर उन्होंने मानस के लिए कचरा शब्द का प्रयोग किया है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि रामचरितमानस पर जो उन्होंने कहा है वही सत्य है. उन्होंने कहा कि अभी तो सिर्फ दो पंक्तियों पर ही सवाल उठाया है, रामचरितमानस में जो कचरा है उसको हटाया जाए. शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभी दर्जनों पंक्तियों पर सवाल उठाना बाकी है.


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बताया था नफरत फैलाने वाला ग्रंथ
शिक्षा मंत्री ने अपने बयान में हैसियत तक की बात कर दी. चंद्रशेखर ने कहा कि किसी की हैसियत है तो विधानसभा में यह मुद्दा कोई उठाए. वह जवाब देंगे. रामचरितमानस में हजारों श्लोक हैं. दर्जनों में गड़बड़ी है. इन सब को हटाया जाए. जो आपत्तिजनक है उसको रेखांकित कर रहा हूं. जाति के नाम पर अपमानित करना बंद करो. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को नफरत फैलाने, समाज को बांटने वाला ग्रंथ बताया था. यह भी कहा था कि यह दलित-पिछड़ों को पढ़ने, आगे बढ़ने से रोकता है. 


अपने बयान पर कायम हूं: चंद्रशेखर
उनके ऐसा कहने पर जब विवाद शुरू हुआ था तब उन्होंने कहा था कि वह आज भी बयान पर कायम हैं. जेडीयू ने कार्रवाई की मांग की थी लेकिन कुछ नहीं हुआ. आरजेडी भी चंद्रशेखर के साथ खड़ी है. यह मुद्दा बिहार ही नहीं बल्कि देश के कई राज्यों तक उठा. लगातार चंद्रशेखर रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं. कई बार वह कह चुके हैं कि वह आगे भी बोलते रहेंगे.