पटना: Bihar Education Minister Controversy: बिहार में मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद से विवादों का सिलसिला शुरू हो गया है. पहले कानून मंत्री कार्तिक कुमार सिंह और अब शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर को मंत्रिपरिषद में शामिल किए जाने पर सवाल उठ रहा है. हालांकि, शिक्षा मंत्री ने इस मामले में सफाई दी है.


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मंत्री ने दी सफाई
मंत्री चंद्रशेखर ने कहा, 'यह मामला हाईकोर्ट से खारिज हो चुका है. मैं लाइसेंस धारी व्यक्ति हूं और गलती से 10 कारतूस लेकर चला गया था. अगर मेरे मन में कोई खोट होता तो सिर्फ 10 कारतूस लेकर ही क्यों जाता? और जाता भी तो बिना हथियार लिए क्यों जाता?'


मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि जो लोग सवाल उठा रहे हैं ये बेहद दुरभाग्यपूर्ण है. 11 लाख करोड़ पूंजीपतियों को बांट दिया गया. इस पर कोई सवाल नहीं उठाता है. गलती हो सकती है और उसे भी हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है. जिन्होंने यह सवाल उठाया वो संवेदनशून्य लोग हैं.


क्या है मामला?
दरअसल, 20 फरवरी 2019 में राजद विधायक चंद्रशेखर को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 10  कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया था. वो अपने सामान के साथ 10 कारतूस लेकर जा रहे थे. हालांकि, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था.


तीसरी बार बने विधायक
वहीं, अगर प्रोफेसर चंद्रशेखर के सियासत की बात करें तो मधेपुरा की सदर विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. उन्हें बिहार की महागठबंधन सरकार में राज्य का शिक्षा मंत्री बनाया गया है. चंद्रशेखर पेशे से प्रोफेसर हैं.


दूसरी बार बने मंत्री
प्रोफेसर चंद्रशेखर (61) विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएट हैं. इससे पूर्व वो 2015 की महागठबंधन सरकार में आपदा प्रबंधन मंत्री रह चुके हैं. 2020 में उन्होंने ने जदयू के निखिल मंडल को 15 से अधिक मतों से हराया था. 


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