Patna: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) रॉबिनहुड बनकर सामने आए. उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajpoot) मामले में काफी लोकप्रियता प्राप्त की. इसके बाद विधानसभा चुनाव से पहले अपनी नौकरी से इस्तीफा देकर पांडेय जनता दल यूनाइटेड (JDU) में शामिल हो गए. 
 
बाद में पार्टी ने उन्होंने चुनाव के दौरान उम्मीदवार नहीं बनाया. अब एक बार फिर से पांडेय चर्चा में हैं. इस बार वह किसी पार्टी को ज्वाइन करने या चुनाव लड़ने आदि की वजह से नहीं बल्कि इस बार वह राजनीति संन्यास लेने की वजह से चर्चा में हैं. दरअसल, पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने राजनीति को अलविदा कह दिया है. अब कथा वाचक की भूमिका में गुप्तेश्वर पांडेय नजर आएंगे.


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पूर्व डीजीपी ने कहा है कि राजनीति में रहने के लिए मेरे पास योग्यता नहीं थी. राजनीति में आने का मकसद विधायक या मिनिस्टर बनना नहीं था. यदि पद के लिए ही राजनीति ज्वाइन करता तो फिर डीजीपी का पद भी कोई कम बड़ा ओहदा नहीं होता है.
 
उन्होंने कहा कि अपनी नौकरी छोड़ राजनीति में सिर्फ इसलिए आना चाहता था कि दलित शोषित लोगों की सेवा कर सकूं. लेकिन जब राजनीति में आने के बावजूद यह मौका नहीं मिला तो अब मैं प्रमु भक्ति की तरफ जाना चाहता हूं. पूर्व डीजीपी ने कहा कि भगवान के प्रति मेरी आस्था शुरू से रही है. अब कथा वाचन करूंगा. मैंने खुद को भगवान को सुपुर्द कर दिया है. अब अध्यात्म के जरिये लोगों की सेवा करूंगा.