बिहार सरकार का बड़ा फैसला, 176 पुलिस चौकियों का उन्नयन कर दिया गया थाने का दर्जा
बिहार सरकार ने अपराध से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए 176 पुलिस चौकियों का उन्नयन कर उन्हें पूर्ण थानों में तब्दील किया है.
Patna: बिहार सरकार ने अपराध से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए 176 पुलिस चौकियों का उन्नयन कर उन्हें पूर्ण थानों में तब्दील किया है.एक सरकारी अधिसूचना में शुक्रवार को कहा गया है कि इस कदम के साथ राज्य में थानों की कुल संख्या 1,434 हो गई है.जिन 176 पुलिस चौकियों को उन्नयन कर थाने का दर्जा दिया गया है वे मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर, नौगछिया, सहरसा, शेखपुरा, पूर्णिया, नवादा, लखीसराय, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढी, भोजपुर, मुजफ्फरपुर, वैशाली और मधेपुरा जिलों में हैं.
भागलपुर जिले में सबसे अधिक 13 पुलिस चौकियों को थानों में तब्दील किया गया है.इसके बाद पश्चिम चंपारण में 11 और पूर्णिया में आठ पुलिस चौकियों को थानों में उन्नत किया गया है .इसके अलावा सरकार ने सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य भर के 43 संवेदनशील अनुमंडलों में अतिरिक्त अनुमंडल पुलिस अधिकारियों के पदों को अनुमंडल पुलिस अधिकारी करने का निर्णय लिया.
अब इन 43 अनुमंडलों में से प्रत्येक में दो-दो अनुमंडल पुलिस अधिकारी होंगे.ये 43 संवेदनशील अनुमंडल 26 जिलों में फैले हुए हैं, जिनमें पटना, नालंदा, रोहतास, भोजपुर, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया, नवादा, सारण, सीवान, गोपालगंज, बेतिया, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढी, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, कटिहार, और पूर्णिया शामिल हैं.
इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि अपंजीकृत मंदिरों या मठों की भूमि पर किसी भी तरह के अतिक्रमण का पता लगाने के लिए एक सर्वेक्षण चल रहा है.बिहार विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वेक्षण पूरा होने के बाद तीन महीने के भीतर अतिक्रमण हटा दिया जाएगा.उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि राज्य में अपंजीकृत या पंजीकृत मंदिरों और मठों से संबंधित भूमि सहित उनकी अचल संपत्तियों की कोई बिक्री-खरीद न हो सके।
(इनपुट भाषा के साथ)