Patna: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ​ने गेहूं अधिप्राप्ति को लेकर समीक्षा बैठक में कई निर्देश जारी कर दिए हैं. इस दौरान उन्होंने कहा है कि राज्य में गेंहू के उत्पादन अच्छा हुआ है. ऐसे में हमने खरीद भी इस बार ज्यादा करनी है. इसके अलावा उन्होंने मीटिंग में कुछ निर्देश भी जारी किये हैं. 


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किसानों का सर्वेक्षण की दी जानकरी 


सहकारिता विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने गेहूं खरीद के संबध में  प्रस्तुतीकरण दिया. इसमें उन्होंने जिला के हिसाब से गेहूं अधिप्राप्ति की अद्यतन स्थिति, मई में अधिप्राप्ति की साप्ताहिक स्थिति, गेहूं बेचने वाले किसानों की संख्या, पेमेंट की स्थिति आदि की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रोक्योरमेंट पोर्टेबिलिटी सिस्टम लागू कर दिया गया है. जिसका लाभ अभी छह जिलों के किसान ले रहे हैं. किसान सलाहकार के माध्यम से गेहूं बेचने वाले किसानों का सर्वेक्षण करवाया जा रहा है.


कृषि विभाग से ली जाये मदद 
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष गेहूं का अच्छा उत्पादन हुआ है. ऐसे में अधिक से अधिक किसानों को गेहूं अधिप्राप्ति के लिए प्रेरित करें. इस बात का भी ख्याल रखें कि गेहूं के विक्रय में किसानों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो. गेहूं अधिप्राप्ति के कार्य में कृषि विभाग का भी सहयोग ले सकते हैं. 


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अधिक से अधिक किसानों को मिलें लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्रियाशील पैक्स और व्यापार मंडल की संख्या को और ज्यादा बढाएं. गोदाम की उपलब्धता, कस्टम मिल्ड राइस (सीएमआर) एवं अधिप्राप्त गेहूं की आपूर्ति की गति तेज करें. राज्य खाद्य निगम के गोदामों में आपूर्ति की सुविधा समय से करें. बिहार के सभी राशन कार्डधारियों को मई का राशन मुफ्त उपलब्ध कराया जा रहा है. इसको लेकर यह सुनिश्चित करें कि सभी को इसका लाभ मिले. गेहूं अधिप्राप्ति की समय सीमा 15 जून तक करें ताकि अधिक से अधिक किसान अपना गेहूं बेच सकें और उनको इसका लाभ मिले.