Patna: पटना हाईकोर्ट में कोरोना से मौत के सत्यापित आंकड़े शुक्रवार को दाखिल कर दिए गए. मुख्य सचिव ने हलफनामे के जरिये मौत के सत्यापित आंकड़े कोर्ट में पेश किए. इस दौरान उन्होंने बताया कि कोरोना से सबसे ज्यादा मौत राजधानी पटना में हुई है. यहां दो हजार से ज्यादा लोग कोरोना का शिकार हुए है. इसके अलावा कोरोना से सबसे कम मौत शेखपुरा में हुई है. यहां सिर्फ 35 लोग ही कोरोना का शिकार का बने हैं. 


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हलफनामें में बिहार सरकार ने कोर्ट को बताया किया कि सभी जिलों से मिले संशोधित आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 5424 नहीं बल्कि 9375 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. पिछले हलफनामें में बक्सर ज़िले में मात्र 6 कोविड मौत की रिपोर्ट दी गयी थी. वहीं, अब ये आंकड़ा 180 का हो गया है. 


इस रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य की राजधानी पटना में सबसे ज्यादा कोरोना से मौतें हुई है. यहां 2293 लोग कोरोना का शिकार हुए हैं. इसके अलावा शेखपुरा में सबसे कम लोग कोरोना का शिकार हुए है. यहां सिर्फ 35 लोगों की मौत हुई है. सूबे के सिर्फ 6 जिले में कोरोना मृत्यु के आंकड़े 100 से कम हैं. ये जिले अरवल, औरंगाबाद, गोपालगंज, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज हैं. 


कैसे हुए आंकड़े सत्यापित?
बता दें कि कोरोना से मौत के सत्यापित आंकड़े दाखिल करने के लिए मेडिकल कॉलेज व अस्पताल स्तर पर और जिला स्तर पर तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था. सभी स्रोतों से प्राप्त आंकड़ों की समीक्षा कर राज्य स्वास्थ्य समिति को भेजने का निर्देश 18 मई को ही दे दिया गया था. इसके बाद आंकड़ों की जांच व समीक्षा के लिए 10 दिनों का समय दिया गया था.


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इसके बाद कोरोना संक्रमित लोगों की मौत होने वाले स्थल-डेडिकेटेड हॉस्पिटल, डेडिकेटेड हेल्थ सेंटर्स, कोविड केयर सेंटर व कोविड इलाज हेतु निजी अस्पताल सहित होम आइसोलेशन से कोरोना मृत्यु के आंकड़े की समीक्षा के बाद राज्य स्वास्थ्य समिति को भेजा गया है.