पटना: बिहार के कटिहार में बिजली को लेकर प्रदर्शन के दौरान गोलीकांड में दो लोगों की जान चली गई. यहां इस घटना के बाद से ही प्रदेश का सियासी पारा चढ़ गया. विपक्ष जहां एक ओर इसको लेकर सरकार को घेर रही है. वहीं सत्ता पक्ष के सभी दलों के नेता इसके बचाव में उतर आए हैं. आपको बता दें कि इस बीच पुलिस की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया जिसमें यह दावा किया गया कि दोनों मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई बल्कि भीड़ में घुसे एक असामाजिक तत्व ने इन दो लोगों को अपनी गोलियों का निशाना बनाया. 


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हालांकि इसके बाद राजनीति कम होने के बदले इस मुद्दे पर बढ़ गई. विपक्ष इसे सरकार का तानाशाही रवैया और पुलिस का झूठ करार दे रही है तो वहीं सरकार की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के कोटे से मंत्री इसे प्रशासनिक विफलता बता रहे हैं. 


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कटिहार गोलीकांड मामले में भले ही जेडीयू अपने बचाव की मुद्रा में है, लेकिन कांग्रेस कोटे के बिहार सरकार के मंत्री अफाक आलम ने कटिहार की घटना को प्रशासनिक विफलता करार दिया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पुलिस के सामने जिस तरह से गोली चली यह काफी संदिग्ध मामला है ये जांच का विषय है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसकी बेहतर तरीके से जांच कराएं ताकि सही जानकारी मिल सके. 


मंत्री अफाक आलम ने कहा कि कटिहार में बिजली सहित अन्य मांगों को लेकर सभी लोग प्रशासन को सूचना देकर धरना प्रदर्शन में शामिल हुए थे, लेकिन प्रशासन ने उस तरह की व्यवस्था नहीं की तब ये घटना घटी है. वही मंत्री आफाक आलम ने कहा कि प्रशासन के मौजूदगी में जो जानकारी मिल रही है कुछ लोग ने गोली चलाई है, लेकिन पुलिस वहां मौजूद थी इसके बाद भी गोली चलाने की हिम्मत हुई ये बड़ा ही दुखद मामला है, कटिहार के बारसोई में तमाम लोग अपने वाजिब हक के लिए सड़क पर आए थे, लेकिन यह घटना घटी बहुत ही निंदनीय है. सभी दलों के नेता घटनास्थल का दौरा कर रहे हैं. 
रिपोर्ट: शिवम