Corona को हराने के लिए नीतीश सरकार का `मास्टरस्ट्रोक`, वार्ड सदस्यों से ली जाएगी मदद
बिहार सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच पंचायत की सबसे निचली इकाई वार्ड सदस्यों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी और दायित्व सौपी है.
Patna: बिहार सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच पंचायत की सबसे निचली इकाई वार्ड सदस्यों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी और दायित्व सौपी है. ये वार्ड सदस्य और प्रतिनिधि अपने-अपने वार्ड में कोरोना को परास्त करेंगे. जिसको लेकर पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने सभी जिलों के डीएम को पत्र लिखा है.
जारी पत्र में कहा गया है कि कोरोना महामारी रोकथाम हेतु वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के कार्य एवं दायित्व निर्धारण किया गया है. पंचायती राज विभाग ने वार्ड सदस्यों के लिए कई दायित्वों का निर्धारण किया गया है. पत्र में कहा गया है कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं को निचले स्तर तक पहुंचाया जा सके, इसके लिए वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति काम करेगी.
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इस आदेश में आगे कहा गया है कि वार्ड में किसी बाहरी व्यक्ति के आने की सूचना तत्काल प्रखंड विकास पदाधिकारी या चिकित्सा पदाधिकारी को देंगे. प्रभावित क्षेत्र में घर-घर जाकर संपर्कों की खोज करने में स्थानीय प्रशासन की सहायता करेंगे. वार्ड में 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति, गर्भवती महिलाओं एवं छोटे बच्चों जैसे उच्च जोखिम वर्ग वाले सदस्यों पर विशेष ध्यान देगे. अध्यक्ष, वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंध समिति कोरोना संक्रमित परिवार से फोन कर नियमित संपर्क करेंगे एवं सहयोग प्रदान करेंगे.
पंचायती राज विभाग ने अपने आदेश में कहा है कि कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव हेतु जारी किए गए विभिन्न गाइडलाइंस का अगर कोई उलंघन करता है तो इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी जाएगी. इसके अलावा मास्क का प्रयोग, हाथ धोने की आदत डालने और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर संदेश प्रसारित किया जाएगा. वहीं ये वार्ड सदस्य सामाजिक, धार्मिक, शादी समारोह, शोक सभाओं में न्यूनतम व्यक्तियों को शामिल होने को लेकर लोगों को प्रेरित करेंगे और कोरोना महामारी से संबंधित किसी भी घटना की सूचना तत्काल स्थानीय नियंत्रण कक्ष को प्रदान करेंगे.