सीवान: Bihar Hooch Tragedy: बिहार में लगातार शराबबंदी होने के बावजूद जहरीली शराब ने एक बार फिर कोहराम मचा हुआ है. सीवान जिले के लकड़ी नबीगंज प्रखंड के बड़ागांव में जहरीली शराब पीने वालों की तीसरे दिन भी और तीन लोगों की मौत हुई है. जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर अब 10 हो गई है. जहरीली शराब पीने वाले मृतकों में दुलम रावत (40) की मौत पीएमसीएच, सुरेंद्र प्रसाद की मौत पटना जाने के दौरान रास्ते में और लछन देव राम ने लकड़ी नबीगंज पीएचसी में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. 


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बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया था पटना 
जानकारी के मुताबिक सुरेंद्र प्रसाद के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में किया गया और दुलम रावत के शव का पोस्टमार्टम पीएमसीएच में किया गया है. जिसके बाद मघ निषेध विभाग के आईजी अमृतराज और सारण क्षेत्र के डीआईजी विकास कुमार ने बाला गांव में पहुंचकर घटना की पूरी जानकारी ली. 


तीन लोगों को मिली अस्पताल से छुट्टी 
मिली जानकारी के मुताबिक सदर अस्पताल में सोमवार को जब दुलम रावत और सुरेंद्र प्रसाद ने डॉक्टरों से दिखाई नहीं देने की शिकायत की थी. जिसके बाद डॉक्टरों ने उनकी आंखों की जांच की. जिसके बाद डॉक्टरों ने बताया कि दोनों मरीजों की आंखों की रोशनी ड्रॉप कर रही है. जिसके वजह से डॉक्टरों ने दोनों मरीजों को वीआईपी जांच के लिए आइजीएमएस पटना रेफर कर दिया. सोमवार की देर शाम दोनों मरीजों को एक-एक कर पटना भेजा गया था. जहां पहुंचते ही दुलम रावत की पीएमसीएच पहुंचकर मौत हो गई. सुरेंद्र प्रसाद ने अस्पताल जाने के दौरान ही दम तोड़ दिया था. वहीं तीन लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. 


गांव के कुछ लोगों ने पी थी जहरीली शराब
गौरतलब है कि 23 जनवरी को सीवान जिले के लकड़ी नबीगंज ओपी थाना क्षेत्र के भोपतपुर और बाला गांव के कुछ लोगों ने जहरीली शराब पी थी. जिसके बाद रविवार शाम को अचानक एक-एक करके सदर अस्पताल में मरीजों को एडमिट कराया जाने लगा था. जहरीली शराब पीने के मामले में 12 से अधिक लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही थी. उन 12 लोगों में से 6 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी. 


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