Patna: बिहार की राजधानी पटना सहित पूरा राज्य भीषण गर्मी की चपेट में है. मौसम विभाग ने बुधवार को भी प्रदेश के 9 जिलों में हीट वेव को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार अधिकांश स्थानों पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है. इस बीच, भीषण गर्मी के कारण स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है. इस कारण अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ गई है.


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पटना के शहरी और ग्रामीण इलाकों के अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अप्रैल के अंतिम सप्ताह की तुलना में पिछले एक महीने में मरीजों की संख्या में डेढ़ गुना वृद्धि देखी जा रही है.चिकित्सकों के मुताबिक, फिलहाल अस्पतालों में बुखार, डायरिया, पेट दर्द, लू लगने और तेज बुखार वाले मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पताल में ओपीडी में मरीजों की कतार लग रही है. पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल की मानें तो मरीज सीधे तो पहुंच ही रहे हैं, रेफर किए गए करीब 30 मरीज प्रतिदिन पहुंच रहे हैं.


इधर, मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच से लेकर सदर अस्पताल और केजरीवाल अस्पताल में शिशु वार्ड पूरी तरह भर गया है. बीमार बच्चों में चमकी बुखार के संदिग्ध के साथ जॉन्डिस, डिहाइड्रेशन और सर्दी-खांसी के पीड़ितों की संख्या बढ़ी है.


 



एसकेएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि 1 माह से लेकर 7 साल के बच्चों के बीमार होने की संख्या अधिक है. एसकेएमसीएच की ओपीडी में रोज मुजफ्फरपुर के अलावा सीतामढ़ी, मोतिहारी, समस्तीपुर, शिवहर से करीब 300 बच्चे पहुंच रहे हैं. अधिकतर बच्चे जॉन्डिस, डायरिया, उल्टी और सर्दी-खांसी से पीड़ित हैं. उन्होंने हालांकि यह जरूर कहा कि इस साल चमकी बुखार के मरीज तो पहुंच रहे हैं, लेकिन उनकी संख्या बहुत ज्यादा नहीं है.


इधर, पटना बिहटा के ईएसआईएस अस्पताल के चिकित्सक डॉ रमण किशोर ने कहा कि अभी लू की स्थिति बनी हुई है. इस कारण बुखार, खांसी, दस्त, शरीर में पानी की कमी के पीड़ितों की संख्या बढ़ेगी. उन्होंने लोगों से तेज धूप में निकलने से बचने की सलाह दी है.


(इनपुट आईएएनएस के साथ)