Patna: 31 जुलाई को दिल्ली में हुई जदयू पार्टी (JDU) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नए अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) के नाम का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया गया. जिसके बाद ललन सिंह पार्टी के नए अध्यक्ष चुन लिए गए हैं.


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कई मुद्दों पर हुई बात


ललन सिंह के अध्यक्ष चुने जाने के बाद पहली बार JDU राष्ट्रीय परिषद के पदाधिकारियों की बैठक हुई. इस दौरान राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लिए गए फैसले पर मुहर लगा दी गई. 29 अगस्त को राजधानी पटना में होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से पहले JDU राष्ट्रीय परिषद के पदाधिकारियों की बैठक हुई. इस बैठक में JDU अध्यक्ष ललन सिंह से लेकर केसी त्यागी समेत राष्ट्रीय परिषद के पदाधिकारियों ने शिरकत की थी. इस बैठक में मणिपुर, UP चुनाव और जनसंख्या नियंत्रण कानून के मुद्दे पर JDU ने फैसला लेते हुए अपना स्टैंड क्लीयर किया.


14 पदाधिकारी हुए शामिल 


JDU राष्ट्रीय परिषद के पदाधिकारियों की बैठक में 14 पदाधिकारी शामिल हुए .इस बैठक में JDU के अध्यक्ष ललन सिंह, JDU संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, संजय झा, JDU के प्रधान महासचिव केसी त्यागी के साथ 10 अन्य पदाधिकारी रहे मौजूद. 


बैठक के बाद JDU महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि सर्वसम्मति से ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले पर मुहर के साथ ही जातीय जनगणना के मुद्दे पर भी सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर दिया गया है. पहले से ही JDU जातीय जनगणना के पक्ष में है, लेकिन अब तो पूरे देश में जातीय जनगणना कराने को लेकर मांग हो रही है. केसी त्यागी ने मणिपुर और UP चुनाव को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मणिपुर में JDU अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. यूपी में गठबंधन का प्रस्ताव बीजेपी के पास भेजा गया है, जिस पर बीजेपी के फैसले का इंतजार कर रहे है. 


जनसंख्या नियंत्रण कानून के मसले JDU ने अपने पत्ते क्लीयर करते हुए कहा कि बिहार में जनसंख्या नितंत्रण को लेकर नीतीश कुमार का काम सराहनीय हैं, इसलिए JDU चाहती है कि लोगों को इस मुद्दे पर जागरूक किया जाए.


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29 अगस्त को होगी राष्ट्रीय परिषद की बैठक


राष्ट्रीय परिषद की बैठक पटना के JDU कार्यालय में रविवार को होगी. इस बैठक में  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा, प्रधान महासचिव केसी त्यागी, केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह और 23 राज्यों के अध्यक्ष के साथ 250 नेता शामिल होंगे. 29 अगस्त को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उन निर्णयों पर मुहर लगेगी, जो 31 जुलाई को दिल्ली में हुई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए थे. बता दें कि दिल्ली में हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जाति आधारित जनगणना का समर्थन, जनसंख्या नियंत्रण के लिए लोगों को जागरूक करने को लेकर अभियान जैसी बातें मुख्य रूप से शामिल थी.