Bihar Municipal Election 2023 Date: बिहार में नहीं थमा है निकाय चुनाव, इस महीने से होगा शुरू, तीसरे चरण की तैयारी तेज
Bihar Municipal Election 2023 Date: फरवरी में तारीखों की घोषणा के साथ तीसरे चरण में 24 नगर निकायों के चुनाव कराए जाएंगे, जिसमें सहरसा और मधुबनी भी शामिल है. वहीं सूत्रों की मानें को इन नगर निकायों में होनेवाले चुनावों को लेकर बूथ के गठन की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है.
पटना : Bihar Municipal Election 2023 Date: बिहार में दो चरणों में 17 नगर निकाय के चुनाव संपन्न हुए और इसके नतीजे भी घोषित हो चुके हैं. इन 17 नगर निकाय चुनाव के परिणामों में महिलाओं का बोलबाला रहा. इसमें महिला उम्मीदवारों ने अपनी धाकड़ उपस्थिति दर्ज कराई और शानदार जीत हासिल की. 17 में 16 निकाय के मेयर के पद पर महिलाओं की जीत ने साबित कर दिया की बिहार में राजनीति की बयार बदल गई है. लोगों का भरोसा महिला उम्मीदवारों पर बढ़ा है.
अब आपको जानकर आश्चर्य होगा कि बिहार में इस साल नगर निकाय के लिए तीसरे चरण का चुनाव होना है. इसमें बिहार के 15 जिलों के 24 निकायों पर चुनाव कराए जाएंगे. इसके लिए तारीखों की घोषणा फरवरी के महीने में हो जाएगी. ऐसे में इन जिलों में निकाय चुनाव को लेकर उम्मीदवारों ने अपनी तैयारी तेजी कर दी है.
ऐसे में तारीखों की घोषणा के साथ तीसरे चरण में 24 नगर निकायों के चुनाव कराए जाएंगे, जिसमें सहरसा और मधुबनी भी शामिल है. वहीं सूत्रों की मानें को इन नगर निकायों में होनेवाले चुनावों को लेकर बूथ के गठन की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है. इसके साथ ही एक बार फिर से इन बूथों को वेरिफाई किया जा रहा है ताकि आवश्यकता पड़ने पर इसे अन्यत्र कहीं स्थानांतरित किया जा सके.
आपको बता दें कि चुनाव आयोग के अनुसार इन 15 जिलों में जिन 24 सीटों पर निकाय के चुनाव होने हैं उनमें से 2 नगर निगम और 13 नगर परिषद के साथ 9 नगर पंचायत शामिल हैं. इसमें पटना, बक्सर, नालंदा, गोपालगंज, नवादा, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, दरभंगा, मधुबनी, मुंगेर, लखीसराय, जमुई, सहरसा और किशनगंज की सीटें शामिल हैं.
बता दें कि बिहार में नगर निकाय की संख्या 261 है. इनमें से पहले और दूसरे चरण में कुल 224 नगर निकाय में चुनाव संपन्न कराए जा चुके हैं और इनके परिणाम भी आ गए हैं. आपको बता दें तीसरे चरण में 24 नगर नगर निकाय चुनाव कराए जाने के बाद भी बिहार में 13 नगर निकायों के चुनाव शे। रह जाएंगे, जहां कार्यकाल की समाप्ति के बाद ही चुनाव कराने का फैसला लिया गया है.