Bihar News: केंद्र सरकार ने कोरोना काल से गरीबों को फ्री राशन देने की योजना शुरू की है, लेकिन सभी जरूरतमंद इसका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह अनाज माफिया हैं जो सरकारी अनाज को भी अपना समझ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला दानापुर से सामने आया है. यहां गोदाम प्रभारी के अनुपस्थिति में भी गोदाम खोला जा रहा है. साथ ही वहां अनाजों का रखरखाव करने के लिए कोई मौजूद नहीं है, जिससे चावल और गेहूं सड़ रहे है और उनमें कीड़े लग रहे हैं. 


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गोदाम मिले सड़े चावल 
बिहटा के एफसीआई गोदाम से 26 पंचायत और बिहटा नगर पंचायत को अनाज जाता है. ऐसे में यहां भारी मात्रा में अनाज रखा जाता है जो डीलर की तरफ से आम कार्ड धारक को दिया जाता है, लेकिन परिस्थितियां कुछ ऐसी है कि कार्डधारी अनाज लेने से मना कर रहे हैं. उनका कहना है कि चावल और गेहूं सड़े हुए और उसमें कीड़े लगे हुए है. ऐसे में जब मीडिया की टीम बिहटा के एफसीआई गोदाम पहुंची, तो वहां का नजारा देख दंग रह गई. यहां मौजूद ज्यादातर अनाज में कीड़े लग गए है और इसके रख-रखाव की कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसा ही कुछ हाल मनेर, फुलवारी और दानापुर में मौजूद एफसीआई गोदाम का भी देखने को मिला. 


प्रभारी की अनुपस्थिति में खुल रहे गोदाम 
इन गोदामों में मौजूद लोगों से बातचीत करने पर पता चला कि प्रभारी की अनुपस्थिति में भी गोदा खोला जा रहा है. जबकि, पीडीएस में कालाबाजारी को रोकने के लिए सरकार की तरफ से स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि बिना गोदाम प्रभारी का गोदाम नहीं खोला जा सकता. वहीं, गोदाम पर अनाज उठाने पहुंचे एक डीलर ने बताया कि हम लोगों की तरफ से बार-बार शिकायत के बाद भी खराब अनाज दिया जाता है, जिसके कारण हम लोग को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है. डीलर ने बताया आगे कहा कि उपभोक्ता सड़ा अनाज लेने से इनकार करते हैं. इधर, एफसीआई के अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है.


Reporter:- Isateyak Khan


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