पटनाः बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर किताबों की दुनिया सजेगी. 27वां सीआरडी पटना पुस्तक मेला 1 से 12 दिसम्बर तक गांधी मैदान में होने जा रहा है. पिछले 38 वर्षों से लगने वाला बिहार का लोकप्रिय सांस्कृतिक महोत्सव इस बार अनेक राष्ट्रीय विद्वानों-संस्कृतिकर्मियों और साहित्यकारों से गुलजार होगा.


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इस बार पटना पुस्तक मेला की थीम 'स्त्री नेतृत्व' है. मेला परिसर के भूमि पूजन के अवसर पर एक प्रेस वार्ता में देश के चर्चित लेखक और सीआरडी पटना पुस्तक मेला के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने बुधवार को बताया कि पटना पुस्तक मेला परिसर के निर्माण के लिए 80 पुस्तक कर्मियों की टीम गांधी मैदान पहुंच चुकी है. निर्माण का काम भूमि पूजन के साथ शुरू हो चुका है.


मेला के संयोजक अमित झा ने बताया कि इस बार पटना पुस्तक मेला के प्रमुख कार्यक्रमों में स्त्री नेतृत्व, पटना पुस्तक मेला फिल्म फेस्टिवल, नुक्कड़ नाटक, विशेष बात, नई किताब, कॉफी हॉउस, कहवा घर, सुर-संगीत, काव्य गोष्ठी, मुशायरा, कवि सम्मलेन, आर्ट गैलरी, रडियो वार्ता आदि होंगे, जिसमें देश के नामचीन हस्ती भाग लेंगे और पाठकों से रू-ब-रू होंगे.


इस बार सुर संगीत कार्यक्रम के अंतर्गत सीता-शक्ति एक विशेष कार्यक्रम होगा. इसके तहत सीता के जीवन और उसके नेतृत्व को गीतकथा के जरिये प्रस्तुत किया जाएगा. इसकी प्रस्तुति लोकप्रिय गायक सत्येन्द्र संगीत करेंगे. अन्य विविध कार्यक्रमों में कला, साहित्य, संस्कृति, पत्रकारिता के अनेक दिग्गज शामिल होंगे.


पटना और बिहार के पुस्तक प्रेमी भारत के प्रमुख संपादकों से सीधे संवाद कर सकेंगे और अपने प्रश्नों का उत्तर जान पाएंगे. इस बार आर्ट गैलरी का निर्माण होगा. इसमें राष्ट्रीय स्तर के नामचीन सहित युवा कलाकारों की कला प्रस्तुति होगी. पटना पुस्तक मेला फिल्म फेस्टिवल के अंतर्गत लघु फिल्में दिखाई जाएंगी. इस बार साहित्यिक कार्यक्रमों में देश के दिग्गज लेखक, कवि, पत्रकार शामिल होंगे और पाठकों से सीधा संवाद होगा.
इनपुट-आईएएनएस


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