वैशाली:  वैशाली जिले में गंगा और गंडक नदी के जलस्तर उफान पर है. वाल्मीकि बराज से गंडक नदी में 2,93,600 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद जलस्तर खतरे की लाल निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है. वहीं, गंडक नदी का जलस्तर कई सालों के उच्चतम स्तर के रिकॉर्ड के करीब पहुंच गया है. 2021 में गंडक नदी का उच्चतम जलस्तर 51. 82 मीटर दर्ज किया गया था वर्तमान शुक्रवार को गंडक नदी का जलस्तर 51 मीटर पहुंच गया है. जिसके और लगातार बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. 


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गंडक नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशान के पार चले जाने के बाद तटवर्ती क्षेत्रों के निचले इलाके में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. आम लोग और किसानों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है खेत खलिहान और निचले इलाकों के घरों तथा नगरिय इलाके में पानी के घुसने की संभावना बढ़ गई है. इसके मद्देनजर वैशाली जिला प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी किया है. हाजीपुर के क्लब घाट स्थित एसडीआरएफ टीम को 24 घंटे चौकस रहने की हिदायत दी गई है. 


वैशाली जिला अधिकारी यशपाल मीणा के द्वारा एसडीआरएफ को अलर्ट मोड में रखा गया है. एसडीआरएफ लगातार बोड से घाटों की निगरानी कर रही है. वही एक टीम को राघोपुर और एक टीम को महनार निगरानी के लिए भेजा गया है. इस विषय में एसडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर सह प्रभारी हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बाल्मीकि नगर से जो पानी छोड़ा गया है उसके चलते नदी बिल्कुल बराबर पर आ गई है. तीन दिनों के अंदर में 6 फीट पानी बढ़ गया है पानी कम नहीं हो रहा है लगातार बढ़ रहा है हो सकता है कि रात में और भी अपनी बढ़े. लगातार धार तेज है और प्रशासन के द्वारा वैशाली जिला अधिकारी के द्वारा हम लोगों को रेड अलर्ट में रखा गया है और प्रॉपर पेट्रोलिंग हम लोग कर रहे हैं 24 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है. 


उन्होंने आगे कहा कि  हमारी टीम का डिसटीब्यूशन हुआ है एक टीम राघोपुर गई है, एक टीम महनार गई है, बाकी 26 लोग हम लोग यहां पर तैनात हैं. अट्ठारह वोट हमारे पास तैनात हैं जिसमें 4 वोट बाहर गया है. लाइफबॉय और लाइफ जैकेट और एक्सपर्ट उपलब्ध है. लगातार पेट्रोलियम चल रही है रेड अलर्ट में बताया गया है क्या आप लोगों को अलर्ट मोड में रहना है जरूरत के मुताबिक आपको जगह बताया जाएगा और वहां आपको मार्च करना है.