Patna: कोरोना (Corona) की दूसरी लहर की वजह से बिहार (Bihar) में रिकॉर्ड मामले दर्ज किये जा रहे हैं. ऐसे में बिहार सरकार ने एक बार फिर से राज्य में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) को लेकर बदलाव किया है. गौरतलब है कि राज्य सरकार लगातार कोरोना को रोकने के लिए प्रयास का रही है. 


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सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार, राज्य शाम छह बजे से ही नाइट कर्फ्यू लगा दिया जाएगा. दुकानों को शाम चार बजे तक ही खोलने की अनुमति दी गई है. वहीं, अब नए गाइडलाइन पर सत्ताधारी और विपक्ष आमने सामने है. भाजपा और जदयू नए गाइडलाइन का समर्थन कर रही है तो विपक्षी दल राजद ने इसे नाकाफी बताया है. 


भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रियरंजन पटेल ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए नए गाइडलाइन जारी की है. यह गाइडलाइन निश्चित तौर पर कोरोना संक्रमण को रोकने में प्रभावी होगी. नाइट कर्फ्यू को बढ़ा दिया गया है. इसके अलावा दुकान खोलने की समय अवधि को कम कर दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे मामले को मॉनिटरिंग कर रहे हैं. एनडीए सरकार बिहार की जनता को हरसंभव मदद पहुंचाने के लिए तैयार है.


राष्ट्रीय जनता दल के नेता और विधायक राकेश रोशन ने गाइडलाइन पर सवाल उठाये हैं. राजद नेता राकेश रोशन ने कहा कि बिहार में नाइट कल्चर जैसी कोई बात नहीं है. रात में आवाजाही एक तरीके से बंद रहती है इसलिए शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक आने जाने और नाइट कर्फ्यू लगाने का कोई औचित्य नहीं है. इससे कोरोना संक्रमण की चेन नहीं टूटेगी. राज्य सरकार को कोई बड़ा फैसला लेना चाहिए.  


उन्होंने आगे कहा कि बिहार में 13 करोड़ की आबादी में से छह करोड़ की आबादी एक शाम खाना खाती है तो दूसरे का शाम के लिए सोचना पड़ता है. ऐसे में राज्य सरकार को मुफ्त अन्य जरूरी सामान उन्हें उपलब्ध कराना होगा. हॉस्पिटल में बेड, ऑक्सीजन और स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर की भारी कमी है. ऐसे में सरकार को इस ओर भी ध्यान देना होगा. 


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जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने सरकार के कदमों को सराहा है. उन्होने कहा कि राज्य सरकार कोरोना मरीजों को सहयोग देने में लगी हुई है. सीएम नीतीश कुमार सारे मामले को मॉनिटर कर रहें है. बिहार सरकार तीन लाख मरीजों को जेहन में रख कर काम कर रहीं है. अस्थाई हास्पिटल बनाए जा रहें हैं.