Patna: कोरोना से पूरे राज्य में हाहाकार मचा रखा है. कोरोना का खौफ ऐसा है कि लोग की इसके खौफ से भी जान जा रही है. एक ऐसा ही केस देखने को मिल रहा है राज्य के पटना जिले के धनरुआ पंचायत में. यहां किसी अज्ञात बीमारी से एक युवक की मौत हो गई है. लेकिन गांव लोग कोरोना के डर से घरों से बाहर नहीं निकले. जिसके कारण शव का दाह-संस्कार प्रशासन को कराना पड़ा, वहीं, इस दिल दहला देने वाली घटना से मृतक के परिजनों की आंखे गमगीन है.


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जानकारी के अनुसार, जिले के धनरुआ की डेवां पंचायत के रामगढ़ गांव में कोरोना की आशंका से 36 वर्षीय युवक राजू कुमार की मौत हो गई है. इस दौरान पूरे गांव में जहां सन्नाटा छा गया. वहीं, गांव के लोग कोरोना की आशंका से डर के मारे घरों से नहीं निकल सके. मृतक की लाश करीब 18 घंटे तक घर में पड़ी रही लेकिन उसे उठाने को कोई नहीं आया. इस बीच मृतक की पत्नी सोनी देवी और उसके तीनों बच्चे घर -घर जाकर अपने रिश्तेदारों और ग्रामीणों से हाथ जोड़कर शव का अंतिम संस्कार करने लिए मिन्नतें करती रही. उनके आगे रोती बिलखती रही लेकिन उसकी मदद को कोई भी आगे नहीं आया. यहां तक कि मृतक के अपने रिश्तेदार भी अंतिम संस्कार के लिए सामने नहीं आ सके. बाद में इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दिया. फिर एसडीओ के आदेश पर कादिरगंज थाने की पुलिस की मौजूदगी में मौत के 18 घंटे बाद गांव के ही पास स्थित दरधा नदी में मृतक के ही छोटे भाई व बच्चों को पीपी किट पहनाकर उनके द्वारा शव को जलाया गया.


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तीन दिन पहले बहन की भी हुई थी मौत


जानकारी के अनुसार, मृतक राजू कुमार की बहन की मौत भी किसी अज्ञात बीमारी से तीन दिन पहले गया में हुई थी. उसकी मौत के बाद राजू उसके अंतिम संस्कार में शामिल होने गया था. बताया जाता है कि गया से राजू जब घर लौटा तभी से उसकी भी तबियत ख़राब हो गई और शनिवार की रात करीब 9 बजे उसकी मौत हो गई. राजू की दो पुत्री व एक पुत्र है. घर में उसकी पत्नी बच्चों के अलावा उसका छोटा भाई और पिता रहते हैं. वहीं, घटना के बाद से उक्त लोगों की भी तबियत ठीक नहीं है. हालांकि, मृतक और उसकी बहन ने कोविड की जांच नहीं कराई थी.इधर, ग्रामीणों को आशंका है कि राजू और उसकी बहन की मौत कोरोना के कारण हुई होगी.



क्या कहते हैं SDO मसौढ़ी 
मसौढ़ी के एसडीओ (SDO) अनिल कुमार सिन्हा का कहना था कि युवक राजू की कोरोना से मौत होने की पुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि मृतक तीन दिन पहले अपनी बहन के दाह संस्कार से घर लौटा था. अगर वो संक्रमित भी होता तो उसकी मौत इतनी जल्दी हो जाने की संभावना नहीं बनती है. उन्होंने ये भी कहा कि घटना के बाद स्थानीय ग्रामीण कोरोना के भय से सहमे थे. इस कारण वो सामने नहीं आ पाए. SDO कि सोमवार को मृतक के सभी परिजनों की कोविड जांच भी कराई जाएगी.


(इनपुट-प्रभंजन)