Patna: इस समय मानसून (monsoon) का मौसम चल रहा है. ये मौसम पौधारोपण के लिए सबसे उपयुक्त हैं. कोरोना (Corona) की दूसरी लहर के दौरान जिस तरह से लोगों की ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ा था, इसके बाद अब वो एक बार फिर से प्रकृति की ओर बढ़ रहे हैं. जिस वजह से वो अब पौधारोपण ज्यादा से ज्यादा कर रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कोरोना की वजह से खुली आंख 
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद लोगों को प्रकृति के महत्त्व के बारे में पता चला है. पेड़ पौधों में रूचि रखने वाले लोगों का कहना है कि इससे वातावरण को शुद्ध रखने में मदद मिलती है. इसके अलावा  पेड़ पौधे लगाने से तनाव भी दूर रहता है. ये बात कई एक्सपर्ट्स ने भी मानी है. 


ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) ​की बढ़ी डिमांड
नर्सरी चलाने वाले विकास का कहना है कि कोरोना के बाद लोगों में पेड़ लगाने की प्रवृत्ति बढ़ी है. खासतौर पर लोग ऑक्सीजन उत्सर्जन करने वाले पौधों जैसे मनी प्लांट,ज़ेड प्लांट, ऐरिका पाम, स्नेक प्लांट,गरबेरा डेजी,एलोवेरा ,तुलसी इसके अलावा नीम,बोंसाई आम,जामून ,अमरूद ,नींबू के पौधों को लेकर भी लोग रूची दिखा रहे हैं.  वहीं, इंडोर प्लांटेशन को लेकर लोगों में ज्यादा रूझान है. खासतौर पर मॉनसून में पौधों की बिक्री काफी बढ़ गई है.


मॉनसून में पौधों को विशेष ध्यान की जरूरत
पौधों को लगाने वाले देखभाल करने वाले एक माली ने कहा कि बरसात के मौसम में पेड़ पौधों को विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. सबसे ज्यादा परेशानी पौधों को ओवर वाटरिंग से होती है. लिहाजा मॉनसून में पौधों को घर के अंदर रखें और नियमित धूप दिखाएं. महीने में दो बार खाद देने से पौधे स्वस्थ्य रहते हैं. एक किलो खाद 25 पौधों के लिए उपयुक्त है. 


ये भी पढ़ें: Weather News: फिर मंडरा रहा भारी वज्रपात का खतरा, विभाग ने अलर्ट जारी कर की सावधानी बरतने की अपील


 


फ्लैट के अंदर 4 पौधों लगाए
लोगों में प्लांटेशन के प्रति इतना क्रेज हो चुका है कि लोग अपने फ्लैट के अंदर ही प्लांटेशन करने लगे हैं. इसको लेकर गृहिणी उर्मिल रागिनी ने कहा कि पिछले साल लॉकडाउन की वजह से वो घर में बैठी रहती थीं, तभी ख्याल आया कि क्यों ना प्लांटेशन किया जाये. उन्होंने अपने फ्लैट में ही प्लांटेशन करना शुरू किया और आज एक साल में उन्होंने 4 सौ से ज्यादा पौधों को अपने फ्लैट में ही लगा दिए हैं.


 


 



'