पटना : जेडीयू ने पटना में बड़े-बड़े पोस्टर लगाकर स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में दिखा है, भारत में दिखेगा. यानी बिहार से बीजेपी को सत्ता से बाहर कर दिया गया. बीजेपी को अब दिल्ली की बारी है, आरजेडी इसका समर्थन कर रही है जबकि बीजेपी का कहना है कि जिन्हें हटाने का दम्भ भर रही है जेडीयू वह खुद उन्हीं के चेहरे पर दो से 16 सीट पर पहुंच पायी है. नीतीश कुमार देश की सोच रहे हैं, लेकिन उनकी पार्टी बिहार में भी नहीं बच पायेगी. 


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आरजेडी ने नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि एक ओर जेडीयू मैराथन बैठक कर रही है तो दूसरी ओर बयां के साथ अब पोस्टर के जरिये देश को संदेश दिया जा रहा है कि बिहार में जिस तरह से बीजेपी को सत्ता से बहार का रास्ता दिखा दिया. उसी तरह से देश की सत्ता से भी बीजेपी को उखाड़ फेकेंगे. इसके लिए जेडीयू बैठक कर रणनीति तैयार कर रही है जबकि उनकी सहयोगी पार्टी आरजेडी भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बातों का समर्थन करते हुए कह रही है कि घमंड किसी का नहीं टिका बीजेपी का भी जल्द ही टूटेगा.


भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि महागठबंधन के नेता अब बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे हैं और विपक्ष को गोलबंद करने की मुहीम में जुट गए हैं जबकि बीजेपी इसके जवाब में कह रही है कि उनके दो राज्य के विधायक का तो उनकी पार्टी पर भरोसा नहीं रहा है. बीजेपी में शामिल हो गए अब बिहार में भी जेडीयू का वही हश्र होगा यानी पार्टी टूट जाएगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजनीतिक कवायद पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि जेडीयू की ट्यूब की पंचर है तो हवा देने की क्या जरूरत है.


बीजेपी जिस तरह से जेडीयू और दूसरे राजनीतिक दलों के नेता और विधायकों पर न सिर्फ डोरे डाल रही है बल्कि उन्हें अपने पाले में शामिल भी करा रही है. इसको लेकर महागठबंधन के लोग अघोषित आपातकाल करार दे रहे हैं और बता रहे हैं कि विपक्ष के लोग मिलकर 2024 में बीजेपी को 50 सीटों पर रोक देंगे. जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केसीआर के तस्वीर का हवाला देते हुए बीजेपी जेडीयू और महागठबंधन के बयान और दावेदारी को हास्यास्पद करार दे रही है, लेकिन बिहार की राजनीत में हलचल तेज है और जेडीयू के कार्यकर्त्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजनैतिक चाल को लेकर खासे उत्साहित हैं.


इनपुट- रजनीश