बगहा: Prashant Kishor: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि बिहार में सरकारी योजनाएं सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं और धरातल पर कोई काम नहीं दिख रहा है. पीके ने कहा कि बिहार में आज भी पलायन सबसे बड़ा मुद्दा है.


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'बिहार में आज भी जंगलराज'
उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण सड़कों की हालत खराब है. किसानों और दलितों वर्ग के लोगों की आज भी उपेक्षा हो रही है. पीके ने कहा कि जंगलराज के समय की अधिकांश समस्याएं गांवों में आज भी जस की तस है.


पीके को कहां से मिल रहा पैसा?
पीके ने बिहार में विकल्प के तौर पर नई क्षेत्रीय पार्टी बनाने का संकेत देते हुए कहा कि 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के फंडिंग की मदद से प्रदेश में एक सशक्त क्षेत्रीय पार्टी बनाने का प्रयास कर रहे हैं.


बिहार में होगा तख्ता
उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में बिहार में तख्ता पलट करेंगे और एक सशक्त सरकार देंगे जो लोकतांत्रिक तरीके से नया और तीसरा विकल्प होगा. तभी जाकर बिहार में विकास और आम लोगों का भला होगा.


बता दें कि प्रशांत किशोर 2 अक्टूबर से बिहार के तमाम जिलों का दौरा कर रहे हैं. पीके तमाम जगहों पर जाकर लोगों से मिलकर उनकी समस्या जान रहे हैं. इस दौरान प्रशांत किशोर लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हैं. बीते दिनों पीके ने दावा किया था कि नीतीश कुमार फिर से बीजेपी के साथ जा सकते हैं और इसके लिए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नरायण सिंह के जरिए बातचीत हो सकती है.


(इनपुट-इमरान अजीज)