पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने शनिवार लालू यादव पर तंज कसाने का काम किया. उन्होंने कहा कि 'नौकरी के बदले जमीन मामले' में विशेष न्यायालय के संज्ञान लेने पर लालू प्रसाद को बताना चाहिए कि सच क्या है. उन्होंने कहा कि ईडी के आरोप पत्र में न्यायालय के सामने ठोस प्रमाण हैं, तो लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को राजनीतिक बयान देने की बजाय तथ्यपरक जवाब देना चाहिए.


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मोदी ने कहा कि लालू यादव को देश की जांच एजेंसियों को बताना ही होगा कि ये अमित कात्याल कौन हैं, जिनकी कंपनी ने रेलवे में नौकरी पाने वालों की जमीन खरीदी. तेजस्वी यादव से पूछना चाहिए कि वे दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के मकान डी-1088 के मालिक कैसे बने और हृदयानंद चौधरी, जिन्होंने रेलवे के ग्रुप-डी की नौकरी पाने के बदले अपनी कीमती जमीन राबड़ी देवी और हेमा यादव को गिफ्ट कर दी.


मोदी ने कई सवाल उठाते हुए कहा कि एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक अमित कात्याल की गिरफ्तारी के बाद परिवार पर कानून का शिकंजा कसा जा रहा है. ये अमित कात्याल ही वही हैं जिन्होंने राबड़ी देवी की सरकार के समय बिहटा में शराब की फैक्ट्री लगाई थी और बदले में अपनी कंपनी एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के सारे सारे शेयर मात्र एक लाख रुपये में तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को बेच दिये थे.


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