Patna: बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर से अपराधी बेलगाम होते दिख रहे हैं. राजधानी में लगातार मामले सामने आ रहे हैं. जिस वजह से लोग अब पुलिस प्रशासन पर ही सवाल उठा रहे हैं. जबकि पुलिस का कहना है कि वो किसी भी तरह की कोई भी कमी नहीं छोड़ रहे हैं. वहीं, इसके बाद भी पीछे कई महीनों के केस को लेकर पुलिस को भी बड़ी कार्रवाई नहीं कर पाई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, पटना के पास बुद्धा कॉलोनी में 20 मई को मोटरसाइकिल सवार अपराधियों ने एक टेंट हाउस के संचालक पप्पू कुमार चौधरी को गोली मार दी थी. इस दौरान अपराधी उन्हें मरा हुआ समझकर चले गए थे. लेकिन इसके बाद भी पप्पू ने हौसला नहीं खोया और पुलिस स्टेशन में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद वो वहीं बेहोश होकर गिर गए. 


उनके बेहोश होने पर पुलिस ने उनका इलाज कराया. जिसके बाद उन्होंने दो लोगो के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया. लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने इस मामले कोई कार्रवाई नहीं की. 


वहीं, दूसरे मामले में 28 मार्च को  28 मार्च होली की शाम को बुद्धा कालोनी थाना के महज चंद कदम की दूरी पर पुरानी दुश्मनी की वजह से अपराधी रंधीर सिंह की हत्या करने आए थे. लेकिन इस दौरान उन्होंने उनके बड़े भाई विकास को गोली मार दी थी. दोनों भाइयों की शक्ल काफी ज्यादा मिलती थी. लेकिन इस मामले पर भी पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की है. 


इस पर एसपी लॉ एंड ऑर्डर स्वर्ण प्रभात ने बताया था कि दो पक्षो को पुराना विवाद चल रहा था. पूर्व में आपराधिक घटना मामले में नामजद रणधीर जेल भी जा चुका है.


ये भी पढ़ेंः कोरोना पर जीत की ओर बिहार! 22 जिलों में 50 से कम पॉजिटिव केस


इन दोनों ही मामलों में अभी तक पुलिस भूमिका को लेकर लोगों ने सवाल खड़े किये है. पुलिस बार-बार कार्रवाई के नाम पर अपना पल्ला झाड़ रही है. ऐसे में एक बार फिर से राजधानी में अपराधी सिर उठा कर चल रहे हैं.