पटना: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के सबसे बड़े दलबदलू नीतीश कुमार हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश अगर किसी के वफादार हैं तो वह केवल और केवल कुर्सी के हैं.


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परिवारवाद के गोद में नीतीश
संजय जायसवाल ने कहा कि जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति से वह निकल के आए लेकिन आज जेपी की आत्मा रोती होगी कि जिस कांग्रेस और परिवारवाद के विरोध में उन्होंने संपूर्ण क्रांति शुरू की थी, आज उनके चेले उसी कांग्रेस और परिवारवाद के गोद में बैठे हुए हैं.


'कुर्सी के लिए वफदार नीतीश'
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब नीतीश की रग-रग को पहचान गयी है. बिहारी जान चुके हैं कि नीतीश अगर किसी के वफादार हैं तो वह केवल और केवल कुर्सी है. इसके लिए जनता, पुराने साथी, कार्यकर्ताओं, राजनीतिक गुरुओं, यहां तक कि अपनी अंतरात्मा को भी धोखा दे सकते हैं.


धोखा देना नीतीश की नीति: संजय जायसवाल
धोखा देना ही उनकी नीति है और फायदा देख पलटना उनका स्वभाव. उन्होंने कहा कि बिहार की प्रसिद्ध कहावत 'जेन्ने देखली खीर, ओन्ने बैठली फिर' इसी तरह के व्यक्तियों के लिए कही गयी है.


नीतीश कुमार की पलटी मारने की आदत
डॉ जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का राजनीतिक इतिहास उठा कर देखें तो शुरूआत से ही इनकी पलटी मारने की आदत साफ दिखाई देती है. अपनी शुरूआती राजनीति इन्होने जेपी और उसके बाद आज तक बदलते रहे हैं.


'नीतीश की सियासत खत्म'
नीतीश पर कटाक्ष करते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि आज नीतीश राजनीतिक के अंतिम पड़ाव में हैं. उन्होंने कहा कि अब न तो उन्हें मान का भय है और न ही अपमान की चिंता है. उन्हें न तो खुद को बेशर्म, चोर और न जाने क्या-क्या कहने वाले 'युवराजों' को अपना उत्तराधिकारी मानने में हिचकिचाहट होती है और न ही बिहारियों का अपमान करने वाले अरविंद केजरीवाल के सामने सरेंडर करने में शर्म आती है.


'नीतीश कुमार को भारी पड़ेगी पलटी मारना'
वास्तव में इस बार की पलटी नीतीश कुमार पर कितनी भारी पड़ने वाली है उसका अंदाजा भी उन्हें नहीं है. वक्त जल्द ही उन्हें इसका एहसास करवा देगा.


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(आईएएनएस)