Patna: बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है. यही वजह है कि राज्य सबसे ज्यादा केन्द्र और राज्य स्तर पर प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारी पैदा करता है, लेकिन लचर शैक्षणिक व्यवस्था के कारण कई होनहार अपनी मंजिल तक पहुंचते-पहुंचते रह जाते हैं. ऐसा ही मामला सोमवार को जनता दरबार में आया, जहां लचर शैक्षणिक व्यवस्था की भेंट चढ़ता एक प्रतिभावान छात्र नजर आया है. बक्सर चौसा के एक छात्र सोनू जायसवाल ऐसी ही चुनौतियों से जूझ रहे हैं.


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दरअसल, सोनू जायसवाल ने 65वीं मेंस परीक्षा पास कर ली है और छात्र का 16 अगस्त को परीक्षा का इंटरव्यू है. अब सोनू के सामने चुनौती ये है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन उन्हे डिग्री नहीं दे रहा. सोनू अपनी फरियाद लेकर जनता दरबार पहुंचे थे. एमसी कॉलेज चौसा बक्सर के स्टूडेंट हैं. एमसी कॉलेज चौसा वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त है लेकिन साल 2015 से 2020 तक के कॉलेज के सेशन की मान्यता यूनिवर्सिटी ने रद्द कर दी है.


2014 से 2017 तक के स्टूडेंट की डिग्री दी जा रही है. सोनू बताते हैं कि उनके साथ 500 स्टूडेंट कॉलेज में पढ़ रहे थे, जिनकी डिग्री पेंडिंग कर दी गयी है. इतना ही नहीं अभी भी कॉलेज स्टूडेंट का एडमिशन ले रहा है. सवाल ये उठ रहे हैं कि जब कॉलेज की मान्यता नहीं थी तब सारे नियमों को दरकिनार कर कैसे हर साल एडमिशन लिया जा रहा है. सोनू बताते हैं कि यूनिवर्सिटी से जुड़े कुल 52 ऐसे कॉलेज हैं जिनकी मान्यता को लेकर परेशानी आ रही है. सोनू ने जनता दरबार से उम्मीद जताई है.