Bihar: टाटा कंसल्टिंग करेगी विराट रामायण मंदिर का सुपरविजन, 2025 तक हो जाएगा तैयार
Bihar: बिहार के महावीर मंदिर के साथ टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड का करार बुधवार को पटना में हुआ. महावीर मंदिर द्वारा बिहार के पूर्वी चंपारण में निर्माणाधीन विराट रामायण मंदिर का सुपरविजन भी करेगी टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड करेगी.
पटनाः बिहार के महावीर मंदिर के साथ टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड का करार बुधवार को पटना में हुआ. महावीर मंदिर द्वारा बिहार के पूर्वी चंपारण में निर्माणाधीन विराट रामायण मंदिर का सुपरविजन भी करेगी टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड करेगी. महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड विराट रामायण मंदिर के संपूर्ण कार्यों की गुणवत्ता, समयबद्धता, तकनीक आदि सभी पहलुओं का सुपरविजन करेगी.
कंपनी को विराट रामायण मंदिर का प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट यानी पीएमसी का महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया है. कंपनी अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण में इसकी भूमिका में काम कर रही है. टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भी पीएमसी के तौर पर कार्य कर रही है. उस परियोजना के डिजाइन से कंस्ट्रक्शन सुपरविजन तक का काम टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड ही देख रही है.
महावीर मंदिर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड के महाप्रबंधक सौरभ मूले ने बताया कि उनकी कंपनी महावीर मन्दिर की ओर से विराट रामायण मंदिर के निर्माण की गुणवत्ता, सुरक्षा, डिजाइन, टाइम लाइन आदि का पर्यवेक्षण करेगी. निर्माण में आने वाली तकनीकी बाधाओं को भी दूर करेगी. कंपनी के विशेषज्ञ केसरिया-चकिया के बीच निर्माणाधीन विराट रामायण मंदिर के कार्यस्थल पर रहकर सारे कार्यों को देखें.
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड के सुपरविजन में विराट रामायण मंदिर की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित हो गयी है. कंपनी विराट रामायण मंदिर के मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, प्लम्बिंग, लैंड स्केपिंग तक पूरे काम की डिजाइनिंग कर अपनी देखरेख में काम कराएगी. इसके अलावा विवाह भवन, कैंटीन, धर्मशाला आदि के डिजाइन से लेकर निर्माण के पर्यवेक्षण तक का काम टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड देखेगी.
वर्ष 2025 तक विराट मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड के सहायक महाप्रबंधक राहुल मदन सारडा भी मौजूद थे. 140 एकड़ में बन रहा विश्व का सबसे बड़ा मन्दिर हैं. अयोध्या से जनकपुर तक बन रहे राम-जानकी मार्ग पर स्थित विराट् रामायण मंदिर 140 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है. मुख्य मन्दिर 1080 फीट लंबा, 540 फीट चौड़ा और 270 फीट ऊंचा है. मंदिर में 33 फीट ऊंचा और 33 फीट गोलाकार शिवलिंग भी स्थापित होगा. विश्व का यह सबसे बड़ा शिवलिंग होगा जिसमें एक हजार छोटे शिवलिंग भी होंगे. इसे सहस्रलिंग के रूप में जाना जाता है.
भारत में आठवीं सदी तक सहस्रलिंग के प्रमाण हैं. विराट रामायण मंदिर के सहस्रलिंग का वजन 200 मीट्रिक टन होगा. तमिलनाडु के महाबलीपुरम में ब्लैक ग्रेनाइट पत्थर की चट्टान को तराश कर विशालतम शिवलिंग का निर्माण किया जा रहा है. विराट रामायण मंदिर में कुल 22 देवालय होंगे. मंदिर में कुल 12 शिखर हैं, जिनमें दूसरा बड़ा शिखर 198 फीट का है. इसके अलावा 180 फीट के 4, 135 फीट का 1 और 108 फीट के 4 शिखर होंगे. इसी साल 20 जून को विराट रामायण मंदिर के पाइलिंग का काम शुरू हुआ है. अगले साल मार्च तक मन्दिर के सभी 3102 पाईल पूरे हो जाएंगे. विदेशों से आयातित बड़ी-बड़ी अत्याधुनिक मशीनों से मंदिर के पाइलिंग का काम किया जा रहा है.
इनपुट- रजनीश
यह भी पढ़ें- आम चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है, तैयार रहें, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू सांसदों से मुलाकात में कही ये बात