पटना: बिहार की राजधानी पटना में सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल यूनाइटेड की राज्य और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ही छाई रही. शनिवार को पार्टी के राज्य कार्यकारिणी और रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई, लेकिन देखा जाए तो अपनी बात कम, भाजपा का मुद्दा ही हावी रहा. 


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बीजेपी का मुद्दा बैठक में हावी
बैठक में केंद्र से भाजपा को सत्ता से दूर करने की रणनीति को लेकर चर्चा की गई तो नेताओं ने भी अपने बयानों में भाजपा छाई रही. राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में जहां 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को मात देने के लिए नीतीश कुमार को विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए अधिकृत कर दिया गया वहीं, बैठक के बाद जब पार्टी के प्रधान महासचिव केसी त्यागी पत्रकारों से चर्चा की तब भी भाजपा की ही चर्चा की.


'विपक्ष को एकसाथ आना जरूरी'
केसी त्यागी ने भी भाजपा को केंद्र से हटाने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होने पर बल देते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियों को मतभेद भूलाकर एक साथ आना होगा.


NDA में कभी शामिल नहीं होगी जेडीयू
बैठक में मुख्यमंत्री के संबोधन के केंद्र में भी भाजपा रही. मुख्यमंत्री ने बैठक में एनडीए से अलग होने को विस्तार से बताया तथा साफ शब्दों में भी इसकी घोषणा कर दी अब जदयू एनडीए में कभी शामिल नहीं होगा.


बिहार की जनता सब समझ रही: बीजेपी
भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा भी कहते है कि पटना में जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में चर्चा भाजपा की होती है, चर्चा नीतीश कुमार के महत्वकांक्षा की होती है, लेकिन बिहार की कोई चर्चा नहीं होती है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता भी अब समझ गई है. इधर, जदयू का मानना है कि बैठक में तय सभी मुद्दों पर चर्चा की गई और विचार किया गया.


(आईएएनएस)