Bihar Violence: शांतिपूर्वक संपन्न हुई जुमे की नमाज, मस्जिदों के बाहर तैनात रही भारी पुलिस
बिहार में रामनवमी में हुई हिंसा के बाद हालात सामान्य होने लगे हैं. हालांकि, प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है. हिंसा के सातवें दिन कहीं से किसी प्रकार की कोई घटना की सूचना नहीं मिली. जुमे की नमाज को लेकर आज यानी शुक्रवार (7 अप्रैल) को अलर्ट जारी किया गया था.
Bihar Friday Prayers: बिहार में रामनवमी में हुई हिंसा के बाद हालात सामान्य होने लगे हैं. हालांकि, प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है. हिंसा के सातवें दिन कहीं से किसी प्रकार की कोई घटना की सूचना नहीं मिली. जुमे की नमाज को लेकर आज यानी शुक्रवार (7 अप्रैल) को अलर्ट जारी किया गया था. जिसके चलते जिन स्थानों पर हिंसा हुई थी, वहां काफी सतर्कता बरती गई. सासाराम जिले की तकरीबन 28 मस्जिदों के सामने भारी पुलिस बल तैनात किया गया था.
सासाराम में पुलिस के अलावा RAF, SSB, STF और BMP भी तैनात किया गया था. संवेदनशील जगहों पर मजिस्ट्रेट की भी तैनाती रही. डीएम धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि प्रभावित इलाकों में वरीय दंडाधिकारियों के नेतृत्व में गश्त की जा रही है. जिला कंट्रोल रूम पूर्ववत कार्यरत है. बता दें कि हिंसा को लेकर अब तक 55 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
बिहारशरीफ में ड्रोन से रखी गई नजर
उधर, बिहारशरीफ में पुलिस ने जुमे के नमाज के दौरान ड्रोन की मदद से निगरानी की. पुलिस ने मस्जिद वाले इलाकों में ड्रोन से लोगों पर नजर रखी, जिससे कोई भी उपद्रव ना हो सके. SDO अभिषेक पलासिया ने कहा, 'ड्रोन से बिहारशरीफ शहर के गगनदीवान, खासगंज, बड़ी दरगाह, भरावपर, रामचंद्रपुर समेत कई इलाकों में ड्रोन के सहारे मस्जिद से अलग अवैध जमावडा पर नजर रख रहे है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.'
नीतीश पर भड़के तार किशोर प्रसाद
वहीं हिसंक झड़प के बाद बिहारशरीफ में अमन चैन बनाए रखने को लेकर 3 बार सद्भावना मार्च निकाला गया. सद्भावना मार्च में बीजेपी नेताओं को शामिल होने से रोक दिया गया था. पूर्व डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी सद्भावना मार्च में शामिल होना चाहते थे. जिसके बाद तार किशोर प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने नीतीश कुमार पर हिंसा को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया.