पटनाः बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर निशाना साधा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पहले से ही मालूम था कि कार्तिकेय कुमार पहले से ही वारंटी हैं और फरार व्यक्ति हैं, लेकिन उनकी भी अपनी मजबूरी है. वह एक रबर स्टाम्प मुख्यमंत्री बन चुके हैं. जो उनको आदेश मिलता है उस आदेश के पालन में उन्होंने मंत्री बना दिया. फिर आदेश मिला तो उसके पालन में विभाग बदल दिया और उसके बाद फिर आदेश मिल गया तो उनको हटा दिया गया. 


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75 प्रतिशत मंत्री अपराधीः संजय जायसवाल
इस सरकार में 75% मंत्री अपराधी हैं. किसी जमाने में साइकिल चोरी का काम करते थे. किसी जमाने में जो राह जनी करते थे, वैसे लोग भी आप कैबिनेट मिनिस्टर बन चुके हैं. इस सरकार में सरकार के साथ इस तरह की चीजें रोज घटेंगी. अफसोस की बात यह है कि लाल किले पर झंडा फहराएंगे. इस झूठे ख्वाब के लिए उन्होंने बिहार को बर्बाद कर दिया. अभी विपक्ष में केवल 24 प्रधानमंत्री उम्मीदवार हैं और 24 उम्मीदवार उसी तरह एक दूसरे का कुर्ता और हाथ खींच रहे हैं. जिस तरह केसीआर जी मुख्यमंत्री का खींच रहे थे इसमें से जो खड़ा होना चाहेगा बाकी लोग उसका हाथ खींच देंगे.


कार्तिक कुमार को नहीं मिली राहत
उधर, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री कार्तिक कुमार को राहत नहीं मिली है. दानापुर कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचना पर फैसला दे दिया है. कोर्ट ने कुमार की बेल रिजेक्ट कर दी है. कोर्ट ने अग्रिम जमानत को लेकर दोनों पक्षों की दलील सुनीं. दलील सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुनाया है. इसके पहले गन्ना उद्योग मंत्री कार्तिक कुमार ने 31 अगस्त 2022 को अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को समर्पित किया था. मुख्यमंत्री ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए राज्यपाल फागू चौहान को अपनी अनुशंसा भेज दी थी.