दलित उत्पीड़न के आरोप का मामला `लव जिहाद` तक पहुंचा, BJP के नए सवाल पर गरमाई सियासत
Bihar Samachar: विपक्ष को इस बार ऐसा मुद्दा मिल गया है कि वो BJP पर निशाना साधने के साथ JDU को आने वाली चुनौतियों से आगाह कर रहा है.
Patna: बिहार की सियासत में मानो आने वाले समय में कोई बड़ा भूचाल आने वाला है. BJP के नेता एक के बाद एक जिस तरह से सवाल उठा रहे हैं, उससे वो अपनी ही NDA सरकार को मुश्किल में डालते नजर आ रहे हैं. बड़े-बड़े सियासी पंडित भी BJP के इस स्टैंड से हैरान हैं. सभी के जेहन में यही सवाल है कि 'आखिर BJP चाहती क्या है'? पहले प्रदेश में दलितों पर अत्याचार की बात कह पुलिस-प्रशासन पर सवाल उठाए. अब दलितों का जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है.
BJP प्रदेश अध्यक्ष के बाद बिहार सरकार के मंत्री ने फोड़ा 'बम'
प्रदेश में सत्तासीन NDA के सबसे बड़े घटक दल BJP के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जब दलित उत्पीड़न का मामला उठाया, तो JDU के नेताओं ने जैसे-तैसे उस पर पानी डालकर मामले को ठंडा किया. लेकिन अभी वो आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि BJP कोटे से बिहार सरकार में मंत्री जनक राम ने तो सियासी संग्राम ही छेड़ दिया. जनक राम ने अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के आरोपों को न सिर्फ एक कदम और आगे बढ़ा दिया, बल्कि उसे ऐसा मोड़ दे दिया कि सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष की भी धड़कन तेज हो गई.
मंत्री जनक राम ने गोपालगंज और जमुई जिले के डीएम और एसपी को चिट्ठी लिखकर धर्म परिवर्तन का संवेदनशील मुद्दा उठाया. जनक राम ने दोनों जिलों की अलग-अलग घटनाओं का चिट्ठी में जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 'प्रदेश में दलितों पर अत्याचार हो रहा है. उनकी बेटियों को किडनैप किया जा रहा है और जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. उनका निकाह कराया जा रहा है.' मंत्री ने इसे लव जिहाद से जोड़ा.
BJP के आरोप पर सकते में सहयोगी
BJP की तरफ से एक के बाद एक उठाए जा रहे इन मामलों ने सरकार में शामिल अन्य सहयोगी दलों को सकते में ला दिया है. JDU जहां एक बार फिर मामले में लीपापोती करती नजर आई, वहीं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने जरूर पलटवार कर दिया. HAM प्रमुख जीतनराम मांझी को इसी बहाने BJP पर निशाना साधने का एक और मौका मिल गया. उन्होंने मंत्री जनक राम को इस तरह के मामलों को ठीक से समझने की नसीहत दे डाली.
जीतनराम मांझी ने कहा कि 'साधारण प्रेम प्रसंग और धर्म परिवर्तन या लव जेहाद में फर्क समझने की जरूरत है. मंत्री जी को इसको एक ही नजरिए से नहीं देखना चाहिए. ये साधारण प्रेम प्रसंग का मामला है. प्रदेश में लव जिहाद और धर्म परिवर्तन जैसा कोई मामला नहीं है.'
विपक्ष ने BJP का साम्प्रदायिक एजेंडा करार दिया
एक तरफ BJP के सहयोगी दल मामले में सफाई देकर डैमेज कंट्रोल में जुटे हैं. वहीं, विपक्ष को इस बार ऐसा मुद्दा मिल गया है कि वो BJP पर निशाना साधने के साथ JDU को आने वाली चुनौतियों से आगाह कर रहा है. विपक्ष ने सीएम नीतीश कुमार को चेताया और कहा कि 'BJP प्रदेश में अपना साम्प्रदायिक एजेंडा लागू करने में जुट गई है. समाज को धर्म के आधार पर बांटने के अपने पुराने खेल को BJP अब बिहार में खेलना चाहती है.'
विपक्ष ने इस पूरे मामले को धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश बताया. विपक्ष ने कहा कि 'जैसे BJP शासित उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाया गया है. वैसे ही बिहार में भी ऐसे विवादित और संवेदनशील मुद्दे को हवा देकर BJP राजनीतिक रोटी सेंकने में लगी है.'
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राजनीतिक विश्लेषक भी दूरगामी परिणाम की जता रहे संभावना
सत्ता पक्ष और विपक्ष में इस पूरे मामले में जमकर खींचतान शुरू हो गई है. वहीं, राजनीतिक पंडित भी लव जिहाद या धर्म परिवर्तन के मुद्दे को बड़ा मामला बता रहे हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि 'अगर मंत्री जनक राम ने जिन मामलों को उठाया है उसमें सच्चाई है, तो इसकी जांच प्रशासन को करनी चाहिए. लेकिन अगर BJP ने किसी राजनीतिक निहितार्थ के तहत ऐसा किया है तो इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं. ये भी हो सकता है कि BJP लव जेहाद को लेकर कानून बनाने पर जोर दे. ऐसे में सरकार में शामिल दूसरे दलों के लिए इस पर साथ देना आसान नहीं होगा. दरअसल, BJP इस बार संख्या बल में NDA का सबसे बड़ा घटक है, ऐसे में पार्टी अपना एजेंडा सेट कर रही हो, इससे इनकार भी नहीं किया जा सकता.'
राजनीतिक पंडित भी आने वाले समय में इस मामले को खत्म होने की बजाए और बढ़ता हुआ देख रहे हैं. उनका मानना है कि 'अभी तो ये शुरुआत हुई है. अभी तो ये मामला बहुत आगे जाएगा, क्योंकि BJP इस तरह के मामलों पर चुप्पी नहीं साधेगी. ऐसे में सियासी उथल-पुथल की पूरी स्थिति बनती नजर आ रही है.'