Patna: एक कहावत है कि जब कहीं आग लगी हो तो धुआं दिखाई देता ही है. बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी और आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव की मुलाकात हुई तो सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म होना भी लाजिमी है.


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इन दोनों नेताओं के बीच शुक्रवार दोपहर को हुई मुलाकात के बाद से तमाम तरह की बयानबाजी राजनीतिक पार्टियों द्वारा जारी है. ऐसे में बीजेपी भी बहती गंगा में हाथ धोने से पीछे नहीं रही और बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने तपते तवे पर रोटियां सेंक डाली.


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि हो सकता है कि तेज प्रताप यादव को सीधे NDA में शामिल होने में दिक्कत हो रही हो. इसलिए उन्होंने हम पार्टी अध्यक्ष जीतन राम मांझी से मुलाकात की.


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मांझी NDA के घटक दल के हिस्सा हैं. ऐसे में अगर तेज प्रताप यादव जीतन राम मांझी की पार्टी में शामिल होते हैं तो NDA में उनका स्वागत है. हालांकि बीजेपी के इस तंज पर JDU ने नजरें टेड़ी कर ली है.


जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने संजय जायसवाल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जो इमेज है उसके सामने जेडीयू किसी भी भ्रष्टाचारी नेता का स्वागत नहीं करेगी.


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खालिद अनवर ने साफ कर दिया कि किस पार्टी के नेता ने क्या बोला इससे उन्हें कोई मतलब नहीं है. हलांकि सच्चाई ये भी है कि जब तेज प्रताप यादव के पास खुद इतनी बड़ी पार्टी है. लालू प्रसाद यादव जैसे कुशल राजनीतिज्ञ पिता हैं तो ऐसे में वो किसी दूसरी पार्टी का रुख कैसे कर सकते हैं. बहरहाल जितने मुंह उतनी बातें और बयान राजनीति में गाहे-बगाहे चलते रहते हैं.


(इनपुट- रूपेंद्र श्रीवास्तव)