मांझी और चिराग को बीजेपी का निमंत्रण, बिहार की सियासत में आया उबाल
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्षी एकजुटता को टक्कर देने के लिए बीजेपी ने भी तैयारी शुरू कर दी है. वह भी एनडीए से छिटके सहयोगी दलों को साथ लाने की कवायद शुरू कर रही है. इसकी शुरुआत बीजेपी बिहार से करने जा रही है.
पटना: Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्षी एकजुटता को टक्कर देने के लिए बीजेपी ने भी तैयारी शुरू कर दी है. वह भी एनडीए से छिटके सहयोगी दलों को साथ लाने की कवायद शुरू कर रही है. इसकी शुरुआत बीजेपी बिहार से करने जा रही है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 18 जुलाई को एनडीए की बैठक बुलाई है. इस बैठक में शामिल होने के लिए बीजेपी ने लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) अध्यक्ष चिराग पासवान और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतनराम मांझी को न्यौता दिया है. इस पर अलग-अलग राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया आई है. बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि उनका स्वागत है वो एनडीए के पार्ट बन रहे हैं, सबका स्वागत है, एनडीए के बैठक में आ रहे हैं तो एनडीए के पार्ट हैं वो. सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि एकदम स्पष्ट रहिए बिहार की राजनीति में अब न नीतीश दिखने वाले हैं और न लालू.
वहीं जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि चिराग मॉडल की स्थापना बीजेपी ने जेडीयू को डैमेज करने के लिए किया था. फिर चिराग को एहसास हुआ की किस तरह से बीजेपी ने उनका मिस यूज किया. अब फिर नजदीकियां बढ़ रही है. जर्जर लोगों का अपने साथ मर्जर करवा कर बीजेपी सोचती है की उसकी राजनीतिक इमारत मजबूत हो जायेगी.
ये भी पढ़ें- ड्रेसिंग टेबल के नीचे मिले 24 खतरनाक सांप, नजारा देख स्नेक कैचर के भी होश उड़े
वहीं आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि बीजेपी की स्थिति बिहार में दयनीय हो चुकी है और वो तिनका-तिनका जोड़कर आशियाना तैयार करना चाहते हैं लेकिन जितना कोशिश कर लें बिहार में उनका आशियाना ना कभी स्थापित हुआ और न होगा.
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि महागठबंधन के बढ़ते कुनबे को देखकर बीजेपी इतना घबरा गई है की जिसको भगाए थे, जिनका तिरस्कार किया था आज बीजेपी उनको बुला रही है. जिस तरह से चिराग पासवान और मांझी को बीजेपी ने ठगा था. फिर बीजेपी इन दोनों को दोबारा ठगेगी.
हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने कहा निमंत्रण आया है और पिछली बार जब हमारे नेता जीतन राम मांझी और संतोष सुमन गए थे गृह मंत्री से मुलाकात हुई थी. उसी समय चीजें स्पष्ट हो गई थी.
(रिपोर्ट: निषेद)