पटनाः Bihar Budget 2023: बिहार में बजट भाषण के दौरान एक समय सदन का माहौल काफी हल्का-फुल्का और ठहाके से भर गया है. असल में वित्त मंत्री विजय चौधरी ने जब अपने बजट भाषण के दौरान शायराना हुए तो नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने भी उनका जवाब शायरी में ही दिया है. लिहाजा सभी खिलखिलाने लगे. फर्क सिर्फ इतना था कि वित्त मंत्री की शायरी बिल्कुल किसी शायर के अल्फाज थे, जबकि नेता प्रतिपक्ष ने ठेठ देसी अंदाज में हाल बयां किया. 


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वित्त मंत्री ने पढ़ी ये शायरी
हुआ यूं कि वित्त मंत्री विजय चौधरी ने विधानसभा में शायराना अंदाज में अपना बजट भाषण खत्म किया. उन्होंने कहा, 'जब वलवला सादिक होता है, अज्म मुसम्मं होता है, तकमील का सामां फिर उस वक्त गैब से फराहम होता है.'उनके कहने का मतलब था कि जब ईरादा पक्का और कोशिश ईमानदार हो तो सफलता जरूर आपके कदम चूमती है.'उनके पढ़े गए इस शेर पर सदन में वाह-वाह होने लगी. 


विजय सिन्हा ने देसी अंदाज में पढ़ा शेर
इसी दौरान, विपक्ष के पाले में बैठे नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा अपनी सीट पर उठ खड़े हो गए. उन्होंने जेब से पर्ची निकाली और स्पीकर से उसे पढ़ने की अनुमति मांगी. स्पीकर ने उन्हें पढ़ने की इजाजत दे दी. तब विजय सिन्हा उस पर लिखी शायरी पढ़ने लगे. उन्होंने कहा, 'मिथिला की मिठास सूंघने के लिए सदन लालायित रहता है, मिथिला का मिठास निकल नहीं पाता है, खजाना लूटा गइल, विकास गड़बड़ा गइल, सरकार लटपटा गइल, क्रिमिनल लहलहा गइल, बूझैती की बजट गड़बड़ा गइल' इसके बाद सदन में खूब ठहाके लगने लगे.


वित्त मंत्री विजय चौधरी के बजट भाषण में युवाओं के लिए कई खास बातें सामने आई हैं. उन्होंने जहां एक और शिक्षा के क्षेत्र में कई ऐलान किए हैं तो वहीं राज्य के खिलाड़ियों को भी सौगात दी है. बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हैं. उन्होंने कहा कि हमारी उपलब्धियों के अनुरूप अपेक्षाएं बढ़ी हैं. नए बजट में कई प्राथमिकताएं तय की गई हैं. इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्निक कॉलेजों में 3000 रिक्त पदों पर भर्ती की कवायद की जा रही है. राज्य सरकार कुशल वित्तीय प्रबंधन कर रही है. शिक्षा और स्वास्थ्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.