बिहार में 7 जनवरी से शुरू होगा जाति आधारित गणना, 1 से 30 अप्रैल तक दूसरा चरण
Caste Based Census: बिहार में एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक जाति आधारित गणना का दूसरा चरण होगा. दूसरे चरण में बिहार के बाहर रहने वाले यानी दूसरे राज्यों के अलावा विदेशों में रहनेवाले लोगों की भी गणना होगी. इसके साथ बिहार में रहने वाले दूसरे राज्यों के लोगों की भी गिनती होगी.
पटना: Caste Based Census: बिहार में एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक जाति आधारित गणना का दूसरा चरण होगा. दूसरे चरण में बिहार के बाहर रहने वाले यानी दूसरे राज्यों के अलावा विदेशों में रहनेवाले लोगों की भी गणना होगी. इसके साथ बिहार में रहने वाले दूसरे राज्यों के लोगों की भी गिनती होगी. उनकी सूची में उनके राज्य का नाम लिखा जाएगा.
सात से 21 जनवरी तक पहला चरण
बता दें कि सात से 21 जनवरी के बीच पहले चरण में मकान की नंबरिंग के साथ घर के मुखिया व सदस्यों का नाम दर्ज किया जायेगा. जिसके बाद इसे पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाएगा. ताकि दूसरे चरण में होनेवाली गणना के दौरान पहले से तैयार सूची के साथ मिलान करने में परेशानी न हो. पहले चरण में गणना के दौरान कर्मी घर में रहनेवाले लोगों के घर कच्चा या पक्का की स्थिति, वार्षिक आमदनी, जमीन की स्थिति, घर के सदस्यों की शैक्षणिक स्थिति, रोजगार है तो सरकारी या निजी आदि सभी जानकारी लेंगे.
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प्रशिक्षण देने का काम शुरू
जाति आधारित गणना के लिए गुरुवार से मास्टर ट्रेनरों को बिपार्ड में प्रशिक्षण देने का काम शुरू हो गया है. प्रशिक्षण के दौरान सामान्य प्रशासन विभाग के विशेष सचिव मो सोहैल ने जाति आधारित गणना के लिए तैयार करनेवाले ब्योरा से अवगत कराया. पहले दिन पटना, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, समस्तीपुर, पश्चिमी चंपारण और मुजफ्फरपुर जिले के मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में पटना जिले से नौ मास्टर ट्रेनरों के अलावा कुल 54 मास्टर ट्रेनर सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक शामिल हुए. 16 दिसंबरको नौ जिले के कुल 54, 17 दिसंबर को 10 जिले के 51 और 18 दिसंबर को 12 जिले के 50 मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.