Patna: Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य हमेशा ज्ञान के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं. उनकी नीतियों पर चल कर लोग भी सफलता हासिल करते हैं. उनके द्वारा लिखी गई चाणक्य नीति का पालन करके युवा सफलता हासिल करते हैं. आचार्य चाणक्य की गणना विश्व के सबसे महान  विद्वानों में भी होती है. उन्हें राजनीति, कूटनीति और अर्थनीति का बहुत ज्ञान था. उन्होंने मनुष्य जीवन को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें बताई है. उन्होंने बताया है कि कौन तीन गुणों का पालन करके व्यक्ति श्रेष्ठ बन सकता है: 


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इन तीन गुणों से व्यक्ति बनता है श्रेष्ठ


कोकिलानां स्वरो रूपं नारी रूपं पतिव्रतम्। 
विद्या रूपं कुरूपाणां क्षमा रूपं तपस्विनाम् ।।


वाणी


एक शिक्षित व्यक्ति की आवाज हमेशा कोयल की तरह कोमल और मधुर होती है. उसका व्यवहार भी हमेशा सौम्य रहता है. ये व्यक्ति का सबसे अनमिल आभूषण हैं. इससे व्यक्ति को समाज में सम्मान मिलता है और उसके कुल का नाम भी ऊंचा होता है. 


ज्ञान


आचार्य चाणक्य ने कहते हैं कि कुरूप व्यक्ति की सुन्दरता उसका ज्ञान है. एक ज्ञानी समाज में हमेशा ही ऊंचा स्थान हासिल करता है. वो अपने ज्ञान के आधार पर सफलता हासिल करता है. इसी वजह से मनुष्य को अपने ज्ञान पर ध्यान देना चाहिये. 


क्षमा भाव


जिस मनुष्य के मन में क्षमा भाव होता है वो एक तपस्वी की तरह ही तेजवान होता है. यही उसका सबसे जरूरी आभूषण भी होता है. इसी वजह से व्यक्ति में क्षमा और करुण भावना होना जरूरी है.