Chapra: त्रेता युग में आपने भगवान राम ने भगवान शिव के धनुष प्रत्यंचित किया था, जिसके बाद उन्होंने सीता से विवाह किया था. कुछ ऐसी ही कहानी कलयुग में बिहार के छपरा में देखने को मिली. इस दृश्य को देख कर सब हैरान गए. 
  
स्वयंवर में फिक्स था दूल्हा
छपरा कचहरी के अहमदपुर के रहने वाले अर्जुन कुमार धूमधाम से बारात लेकर सबलपुर पूर्वी के रहने वाले मुंशी राय के घर पहुंचे थे. यहां बारातियों का स्वागत अच्छे से किया गया है,जिसके बाद शादी की तैयारियां शुरू हुई. लेकिन, इस दौरान लोग तब हैरान रह गए, जब वरमाला से पहले एक युगों पुराना दृश्य सजीव हो उठा. 


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दूल्हे ने तोड़ा धनुष
दरअसल, शादी के मंडप में एक धनुष रखा था, जिसे दूल्हे ने जाकर तोड़ डाला. धनुष के टूटते ही खुशी से हर तरफ तालियां गूंज उठी. फिर दूल्हे ने अपनी दुल्हन के गले में वरमाला डाली. इस दौरान, त्रेतायुग में राम-सीता विवाह का दृश्य लोगों के सामने सजीव हो उठा. हालांकि, इस विवाह समारोह में सिर्फ दूल्हे को ही धनुष तोड़ने के लिए कहा गया था. 


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सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जी


इस शादी को देखने की इलाके के लोगों में बेहद बेचैनी थी. हर कोई इस यादगार लम्हें को अपनी आंखों में समेट लेना चाहता था. जिस वजह से शादी में भारी संख्या में लोग जुटे थे. इस दौरान किसी ने भी कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं किया. फिलहाल इस शादी की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है.