मुंगेरः Chhath 2023: महापर्व छठ की शुरुआत नहाय-खाय के साथ शुक्रवार को शुरू हो गई है. वहीं शहर के विभिन्न गंगा घाट सोझी, कष्टहरणी और बबुआ घाटों में छठव्रती अपने परिवार के साथ गंगा स्नान करने के लिए पहुंच रही है और स्नान कर रही है. इसके बाद नहाय-खाय का प्रसाद तैयार करने के लिए गंगा जल भरकर घर ले जा रही है. इसके बाद महापर्व छठ की शुरुआत नहाय-खाय के साथ शुक्रवार को शुरू हो गयी है. 


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वहीं शहर के विभिन्न गंगा घाट सोझी, कष्टहरणी और बबुआ घाटों में छठव्रती अपने परिवार के साथ गंगा स्नान करने के लिए पहुंच रही है और स्नान कर रही है. इसके बाद नहाय-खाय का प्रसाद तैयार करने के लिए गंगा जल भरकर घर ले जा रही है. इसके बाद अरवा चावल, चने की दाल व कद्दू की सब्जी ग्रहण करेंगी. 


नहाय-खाय के दिन खासतौर पर कद्दू की सब्जी बनाई जाती है और व्रती इसे ग्रहण करती हैं. कद्दू में पर्याप्त मात्रा में जल रहता है. चने की दाल भी ग्रहण की जाती है. ऐसी मान्यता है कि चने का दाल बाकी दालों में सबसे अधिक शुद्ध होती है. वहीं कई छठ व्रती महिलाओं ने बताया कि आज से चार दिवसीय महापर्व छठ की शुरुआत हो गई है और आज नहाय खाय के साथ कद्दू भात है. आज गंगा में स्नान कर अपने परिवार के साथ प्रसाद के रूप में अरवा चावल, चने की दाल व कद्दू की सब्जी ग्रहण करेंगी. उन्होंने कहा कि चार दिवसीय अनुष्ठान पर्व अपने बच्चे के स्वास्थ्य और धन के लिए करते है. 


वहीं ट्रैफिक डीएसपी सुधांशु रंजन बताते है कि छठ महापर्व की चार दिवसीय पर्व की शुरुआत हो चुकी है. इसको लेकर आठ जगहों दो -तीन संख्या में पुलिस जवान लगाए गए है. साथ ही  ट्रैफिक थानाध्यक्ष और मैं खुद ही मॉनिटरिंग कर रहे है. उन्होने कहा नहाय खाय को लेकर गंगा घाटों पर संभावित भीड़ को देखते हुए पोलो मैदान और ड्राप गेट के साथ पुलिस जवान को लगाया गया है. इसक् साथ ही छोटे और बड़े वाहनों की पोलो मैदान के पास पार्किंग की व्यवस्था की गई है. 
इनपुट- प्रशांत कुमार


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