मधुबनी: Mithila Hat: रंगों में डूबी कूची, कैनवस पर बिखरे चित्र, इन चित्रों में कहीं कृष्ण-राधा को सता रहे हैं तो कहीं गोपियां, बाल-गोपाल से मनुहार कर रही हैं. किसी में पनघट, किसी में घर-गांव, बस्ती, कहीं ग्रामीण परिवेश में रची-बसी पूरी संस्कृति.अब ये सारे दृश्य आप एक जगह देख सकते हैं और इसका पता है मधुबनी का मिथिला हाट. 


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मिथिलांचल की लोक कला को मिला बाजार
मिथिलांचल की लोक कला और संस्कृति को एक मंच पर लाने और उन्हें उन्नत बाजार से जुड़ने करे लिए  मिथिलांचल के झंझारपुर के अररिया संग्राम गांव में मिथिला हाट का निर्माण किया गया है. समाधान यात्रा पर निकले सीएम नीतीश कुमार अपने पड़ाव के दौरान बुधवार को इसका लोकार्पण करने वाले हैं.


कला और संस्कृति से परिचित होने का अवसर
मिथिला हाट के निर्माण के बाद उम्मीद की जा रही है कि बिहार के दूसरे गांव में भी ऐसा निर्माण कर बिहार के ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदली जा सकेगी. 
मिथिला कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इसका निर्माण कई तरह के परिवर्तन ला सकेगा. बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा की इस हाट के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है. उनका कहना है कि 'ये एक सपना सच होने जैसा है जिसके निर्माण के बाद बिहार में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. इसका फायदा बिहार के युवाओं को मिलेगा.'