Patna: बिहार की दो विधानसभा सीटों मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है. मोकामा और गोपालगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 3 नवंबर को वोटिंग होगी और 6 तारीख को नतीजे आएंगे. इस उपचुनाव के लिए भाजपा और महागठबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है. मौजूदा समीकरणों के आधार पर देखे तो गोपालगंज में भाजपा की स्थिति मजबूत बनी हुई है. गोपालगंज भाजपा की परंपरागत सीट रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सत्ता और विपक्ष पक्ष आमने-सामने


नीतीश कुमार के भाजपा का साथ छोड़कर तेजस्वी यादव से हाथ मिलाने के बाद यह पहला चुनाव है, जिसे काफी रोचक होने की उम्मीद है. भाजपा नेता सुभाष सिंह के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी. सुभाष सिंह यहां से लगातार चार बार भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं. माना जा रहा है कि भाजपा इस चुनाव में सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को चुनाव मैदान में उतार सकती है. पार्टी को सहानुभूति लहर का फायदा मिलने की भी उम्मीद है. 


वहीं, दूसरी ओर महागठबंधन को भाजपा के इस गढ़ में सेंध लगाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी. कहा जा रहा है कि राजद महागठबंधन की ओर से अपना उम्मीदवार उतार सकता है. हालांकि कांग्रेस भी यहां से अपना दावा पेश कर सकती है. वैसे, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) भी यहां से अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर चुकी है.
वैसे, तय माना जा रहा है कि मुख्य मुकाबला राजद और भाजपा के बीच ही होगी.


नहीं छोड़ना चाहते है कोई भी कसर


इस चुनाव परिणाम का सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन इस चुनाव में महागठबंधन और भाजपा कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे. एक तरफ नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव उपचुनाव को जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाकर सरकार को मजबूत करने की कोशिश करेंगे, वहीं आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अपने दम पर बिहार जीतने को लेकर चल रही भाजपा के लिए भी यह उपचुनाव अहम माना जा रहा है.


भाजपा यह चुनाव जीतकर यह साबित करने की कोशिश करेगी कि भाजपा किसी गठबंधन की मोहताज नहीं है. गोपालगंज विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को मतदान होंगे जबकि 6 नवंबर को वोटों की गिनती होगी और उसी दिन नतीजे आएंगे. उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 7 अक्टूबर से शुरू हो जाएगी. नामांकन वापसी की तारीख 17 अक्टूबर है.


(इनपुट:आईएएनएस)